scriptइकलौते बेटे ने किया कुछ ऐसा, कि मां रोते हुए पहुंच गयी एसपी के पास | SP's reached the troubled mother with a thief son | Patrika News

इकलौते बेटे ने किया कुछ ऐसा, कि मां रोते हुए पहुंच गयी एसपी के पास

locationजबलपुरPublished: Mar 27, 2019 12:22:13 am

Submitted by:

santosh singh

दस दिन बाद लौटी महिला तो घर में एक भी जेवर नहीं मिला, उधर, बस हादसे में घायल हुए पीडि़त की आपबीती सुनकर खुद भी बोलेंगे, ऐसे तो नहीं होते अधिवक्ता

चोर बेटे से परेशान मां

चोर बेटे से परेशान मां

जबलपुर. इकलौता बेटा सहारे बनने की बजाय एक-एक कर सारे गहने चुरा ले गया। उसने सुहाग की निशानी मंगलसूत्र भी दो दिन पहले चुरा कर बेच दिया। बुजुर्ग सास के साथ पहुंची एक महिला की शिकायत सुनकर एसपी कार्यालय का स्टाफ भी हैरान रह गया। महिला की शिकायत पर एसपी ने गोरखपुर पुलिस को कार्रवाई के निर्देश दिए हैं।
भोपला से लौटी तो गायब थे गहने
बृजमोहन नगर निवासी किरण बघेल ने शिकायत कर बताया कि उसका बेटा अजय अग्रवाल कॉलोनी में नानी के घर रहता है। इसके पहले वह घर से कई बार उसके जेवर चुरा चुका था। दस दिन पहले वह भोपाल गयी थी। पति से चाबी लेकर अजय ने उसके दो मंगलसूत्र, एक चेन, दो झुमकी, एक लॉकेट और पैसे चुरा लिए। एटीएम कार्ड से 80 हजार रुपए भी निकाल लिए।

अधिवक्ता पर ठगी का आरोप
IMAGE CREDIT: patrika

कोर्ट के आदेश पर मिली क्षतिपूर्ति की राशि हड़पने का आरोप
तिलवारा थानांतर्गत क्रेसर बस्ती सगड़ा निवासी लहकू चौधरी ने एसपी को शिकायत कर बताया कि 23 मार्च 2012 को बस से एक्सीडेंट हो गया था। भेड़ाघाट पुलिस ने उसे मेडिकल में भर्ती कराया था। कोर्ट में प्रकरण चला। उसकी तरफ से अधिवक्ता अमित नेता व समीर भाईजान ने मुकदमा लड़ा। कोर्ट से 1.40 लाख रुपए की क्षतिपूर्ति देने का आदेश हुआ। उसे महज 63 हजार 653 रुपए प्राप्त हुए। शेष रकम दोनों अधिवक्ताओं ने ले ली। अब शिकायत करने पर धमकी दी जा रही है। जबकि, एक्सीडेंट के बाद से वह अपाहिज की जिंदगी जीने को विवश है।

जमीन फर्जीवाड़े की शिकायत
IMAGE CREDIT: patrika

रजिस्ट्री के बाद जमीन बैंक में बंधक रख 20 लाख लोन लिया
गढ़ा छोटी बजरिया निवासी हरिराम चौरसिया ने शिकायत कर बताया कि आठ जून 2015 को उसने पाटन तहसील अंतर्गत आरछा में सात एकड़ जमीन खरीदी थी। उक्त जमीन उसने शिवदास पटेल, रमाबाई, ऋषिकांत उर्फ सुमित से खरीदी थी। ये जमीन बैंक में बंधक थी। लोन की पूरी रकम जमा कर उसने एनओसी भी ली थी। इसका नामांतरण भी कराया है। खसरे में बंधक मुक्त दर्ज किया गया। चार साल से इसमें खेती की जा रही है। अचानक 2017 में विक्रेता और बैंक ऑफ इंडिया दमोहनाका शाखा के कुछ कर्मियों की मिलीभगत से 20 लाख का लोन ले लिया। एसपी ने मामले में जांच के निर्देश दिए हैं।

loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो