पुलिस की अब तक जांच में साबित हुआ है कि ये प्रोफेशनल गैंग का काम है। बैंक में तीन से चार घंटे आरोपी मौजूद थे। गैस कटर से लॉकर को काटकर पैसे की चोरी की गई। इससे साफ है कि इस वारदात में तीन से चार लोग शामिल हैं। घटनास्थल से मिले आरोपियों के फिंगर प्रिंट और मोबाइल टावर के डाटा के आधार पर जांच आगे बढ़ाई जा रही है।
पुरानी घटनाओं को भी खंगाल रही पुलिस
जिले में कुंडम और बरेला में गैस कटर से बैंक में चोरी की घटना पहले हो चुकी है। कुंडम की वारदात में शहपुरा व आसपास के चार आरोपी थे। सभी आरोपी जमानत पर हैं। वहीं बरेला की वारदात में दमोह व झांसी के आरोपी थे। पुलिस इन आरोपियों की तलाश में भी जुटी है।
अन्य जिलों में भी ऐसी ही वारदात
तीन दिसम्बर 2018 को बालाघाट के कटंगी स्थित आगरी में एटीएम को गैस कटर से काटकर 5.80 लाख रुपए चोरी की वारदात में वहां की पुलिस ने कुछ आरोपियों को गिरफ्तार किया है। इसके अलावा करेली, छिंदवाड़ा में भी इस तरह की वारदात में कुछ की गिरफ्तारी हुई हैं। पुलिस इन आरोपियों से भी पूछताछ करने गयी है कि अब तक इनके गैंग के कितने लोग फरार हैं। इसके अलावा इन वारदातों में घटनास्थल से लिए गए फिंगर प्रिंट का भी मिलान किया जाएगा।
बैंक कर्मियों और ग्राहकों से भी पूछताछ
एएसपी ग्रामीण रायसिंह नरवरिया, एएसपी क्राइम शिवेश सिंह बघेल सहित एसआइटी के सदस्यों ने गुरुवार को शहपुरा स्थित बैंक पहुंचे और वहां कार्यरत सभी आठ कर्मियों के बयान दर्ज किए। एसआइटी ने मंगलवार को बैंक में आने वाले सभी ग्राहकों की भी जानकारी मांगी है। उनके भी बयान दर्ज किए जाएंगे।
15 क्विंटल का नया लॉकर लगाया
उधर, शहपुरा सहकारी बैंक में गुरुवार को 15 क्विंटल का नया लॉकर लगाया गया।
इन सवालों का जवाब खोजने में जुटी पुलिस
मंगलवार को कैश वैन आयी थी, इसकी जानकारी चुनिंदा लोगों को ही थी।
बैंक में कैश की जानकारी प्रबंधन द्वारा स्थानीय थाने को क्यों नहीं दी गई।
चोरों को पहले से कैसे पता था कि स्ट्रॉंग रूम के चेस्ट के कौन से खंडों में पैसे रखे गए हैं।