चिन्हांकन का पूरा
जिले में विकलांग मतदाताओं के लिए अलग से काम किया गया है। इन्हें चिन्हित करने के लिए विशेष प्रयास किए गए। शारीरिक और मानसिक या दूसरी विकलांगता से ग्रसित ऐसे मतदाता केवल इसलिए मतदान केन्द्र तक नहीं पहुंचते क्योकि उनमें से कई अपने को असहाय मानते हैं। उप जिला निर्वाचन अधिकारी के अनुसार नम:शिवाय अरजरिया के अनुसार दिव्यांग मतदाता मतदान से चूके नहीं इसके लिए विशेष इंतजाम किए जा रहे हैं। इसी तरह ऐसे मतदाताओं को प्रोत्साहित करने के लिए जिले की आठों विधानसभाओं में एक-एक विशेष बूथ तैयार किया जा रहा है।
ऑनलाइन सुविधा की बुकिंग
दिव्यांग मतदाताओं के लिए इस बार निर्वाचन आयोग ने अलग व्यवस्था कर रखी है। वह ऑनलाइन वाहन की बुकिंग करवा सकते हैं। इसके लिए उन्हें ऑनलाइन फॉर्म भरना होगा। इसमें वाहन के अलावा मतदान केन्द्र के बाहर से मतदान स्थल तक व्हील चेयर आदि शामिल हैं।
कहां, कितने दिव्यांग मतदाता
विधानसभा – दिव्यांग मतदाता
पाटन – 3877
बरगी – 5150
पूर्व – 1647
उत्तर – 2335
केंट – 1918
पश्चिम – 1483
पनागर – 7329
सिहोरा – 3475
इधर 21 हजार कर्मचारी संभालेंगे कमान
बताया गया है कि विधानसभा चुनाव में मतदान से लेकर मतगणना कराने के लिए जिला प्रशासन द्वारा 21 हजार कर्मियों को प्रशिक्षित करने का लक्ष्य रखा गया है। इसमें करीब 18 हजार कर्मचारियों की आवश्यकता होगी। जिले में 2108 पोलिंग बूथ तैयार किए जा रहे हैं। आयोग द्वारा तीन चरणों में ट्रेनिंग दी जा रही है। पहला चरण 3 अक्टूबर से 8 अक्टूबर तक चला। दूसरा चरण 22 अक्टूबर से 27 अक्टूबर तक चलेगा। तीसरे चरण की ट्रेनिंग 17 नवंबर से शुरू होगी जो कि 5 दिनों तक चलेगी। इसके अलावा एक एक्सक्लूसिव इलेक्शन ट्रेनिंग दी जाएगी।