11 साल पहले हिन्दी बनी दूसरी आधिकारिक भाषा
हाईकोर्ट में हिन्दी भाषा को अधिकारिक राजभाषा का सम्मान दिलाने के लिए 1990 से संघर्षरत अधिवक्ता शीतला प्रसाद त्रिपाठी बताते हैं कि उन्होंने इसके लिए लम्बी लड़ाई लड़ी। अंतत: मप्र हाईकोर्ट ने उनकी बात मानी। 2008 में मप्र हाईकोर्ट रूल्स में संशोधन किया गया व विधिवत हिन्दी को हाईकोर्ट की दूसरी आधिकारिक राजभाषा का दर्जा दिया गया।
हाईकोर्ट में हिन्दी भाषा को अधिकारिक राजभाषा का सम्मान दिलाने के लिए 1990 से संघर्षरत अधिवक्ता शीतला प्रसाद त्रिपाठी बताते हैं कि उन्होंने इसके लिए लम्बी लड़ाई लड़ी। अंतत: मप्र हाईकोर्ट ने उनकी बात मानी। 2008 में मप्र हाईकोर्ट रूल्स में संशोधन किया गया व विधिवत हिन्दी को हाईकोर्ट की दूसरी आधिकारिक राजभाषा का दर्जा दिया गया।
इन जजों ने दिए हिन्दी में फैसले
पूर्व चीफ जस्टिस शिवदयाल श्रीवास्तव-11 अक्टूबर 1975 से 28 फरवरी 1978
पूर्व चीफ जस्टिस जीएल ओझा-1 दिसम्बर 1984 से 27 अक्टूबर 1985
पूर्व चीफ जस्टिस एसके झा-27 अक्टूबर 1989 से 15 दिसम्बर 1993
पूर्व एक्टिंग चीफ जस्टिस डीपीएस चौहान-23 अप्रैल 1994 से 25 मार्च 2000
जस्टिस गुलाब गुप्ता-20 मई 1983 से 23 अप्रैल 1994
जस्टिस आरसी मिश्रा-11 सितम्बर 2006 से 3 जून 2013
पूर्व चीफ जस्टिस शिवदयाल श्रीवास्तव-11 अक्टूबर 1975 से 28 फरवरी 1978
पूर्व चीफ जस्टिस जीएल ओझा-1 दिसम्बर 1984 से 27 अक्टूबर 1985
पूर्व चीफ जस्टिस एसके झा-27 अक्टूबर 1989 से 15 दिसम्बर 1993
पूर्व एक्टिंग चीफ जस्टिस डीपीएस चौहान-23 अप्रैल 1994 से 25 मार्च 2000
जस्टिस गुलाब गुप्ता-20 मई 1983 से 23 अप्रैल 1994
जस्टिस आरसी मिश्रा-11 सितम्बर 2006 से 3 जून 2013