जबलपुर। भारत और श्रीलंका के बीच मंगलवार को खेले जा रहे टी-20 मैच पर लाखों का सट्टा लगा था। सटोरियों का पूरा दांव भारत की जीत पर लगा था। हर गेंद और भारत के हर एक खिलाड़ी की बल्लेबाजी पर सट्टा लग रहा था। कोतवाली के तुलसी नगर में भी दो सटोरिए सट्टा लिख रहे थे, लेकिन पुलिस को इसकी सूचना मिली और दोनों को दबोच लिया गया। आरोपियों से लाखों रुपए की लिखा-पढ़ी जब्त की गई है।
घेराबंदी कर पकड़ा
कोतवाली थाना प्रभारी प्रफुल्ल श्रीवास्तव को मुखबिर से सूचना मिली कि तुलसी नगर स्थित एक किराए के मकान में दो सटोरिए क्रिकेट का सट्टा लिख रहे हैं। सूचना पर श्रीवास्तव टीम के साथ वहंा पहुंचे। पूरे घर की घेराबंदी की गई। पुलिस ने दरवाजा खटखटाया। पुलिस को देखकर जैसे ही एक आरोपी ने दरवाजा खोला, दूसरा पीछे के दरवाजे से भाग निकला। टीआई श्रीवास्तव ने लगभग एक किलोमीटर तक उसके पीछे दौड़ लगाई और उसे दबोच लिया। पुलिस को जांच में पता चला कि जिस मकान में सट्टा लिखा जा रहा था उसे सचिन ने कुछ समय पूर्व किराए पर लिया था। यह मकान सारिका जैन का है।
13 मोबाइल से कारोबार
दोनों आरोपी कुल 13 मोबाइल फोन के जरिए ये कारोबार कर रहे थे। दोनों छह-छह मोबाइल फोन हेंडल कर रहे थे। फोन में आने वाले प्रत्येक कॉल को बकायदा रिकार्ड किया जाता और उसका सट्टा लिखा जाता था।
नागपुर से लाइन, बंधे थे ग्राहक
आरोपियों ने पुलिस को पूछताछ में बताया कि दोनों ने नागपुर से लाइन ली थी। पिछले लंबे समय से वे ये कारोबार कर रहे हैं। हर बार वे किराए का मकान लेते और उसमें सट्टा लिखते थे। पुलिस उन तक न पहुंचे, इसलिए ठिकानों को बदला जाता था। आरोपियों ने यह भी कबूला कि वे बंधे हुए ग्राहकों का ही सट्टा लिखते थे। यदि कोई नया ग्राहक उनसे जुडऩा चाहता, तो वे पुराने ग्राहक का रिफरेंस मांगते थे। उससे एडवांस मं रकम जमा कराई जाती थी। इसके बाद ही उसका सट्टा लिखा जाता था।
इनका कहना है कि
क्रिकेट का सट्टा लिख रहे दो आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। आरोपियों ने नागपुर से लाइन ली थी। वे शहर के अन्य सटोरियों के संपर्क में हैं, उनका पता लगाया जा रहा है।
हरिओम शर्मा, सीएसपी, कोतवाली