शहर में चल रहे दूसरे प्रदेशों के वाहन[typography_font:14pt;” >टैक्स में भी लाखों की चपतजबलपुर. शहर में नियम विरुद्ध चल रहे वाहनों के खिलाफ आरटीओ की ओर से की जा रही कार्रवाई में चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। वाहनों के दस्तावेजों की जांच में सामने आया कि शहर में ऐसे सैकड़ों वाहन चल रहे हैं, जो दूसरे प्रदेशों के हैं। इन वाहनों का न तो टैक्स जमा किया जाता है न ही उनका बीमा कराया जाता है। ऐसे में कोई हादसा या वारदात होने पर ये वाहन भी नदारद हो जाते हैं।इन प्रदेशों के हैं वाहनजानकारी के अनुसार हरियाणा, राजस्थान, उत्तर प्रदेश, छत्तीसगढ़, नगालैंड, दिल्ली, जम्मू एंड कश्मीर, बिहार समेत कई अन्य प्रदेशों के भारी वाहन शहर में चल रहे हैं। इनमें से अधिकतर के न तो टैक्स जमा हैं और न ही उनका बीमा है।नहीं होती जांचकई प्रदेशों के वाहन मालिकों ने शहर में जेसीबी, टिपर और हार्वेस्टर भेजे हैं। इनमें से अधिकतर का संचालन ग्रामीण क्षेत्रों में हो रहा है। ग्रामीण क्षेत्रों में वाहनों की जांच नहीं होने से इनका बेखौफ संचालन हो रहा है। हाल ही में जब्त किए गए कई वाहनों के दस्तावेजों की जांच में यह खुलासा हुआ।पंजीयन नम्बर, नाम-पता भी गलतशहर में नियम विरुद्ध चल रहे वाहनों के खिलाफ ई-चालान काटे जा रहे हैं। इस दौरान सैकड़ों ऐसे वाहन मिले जिनके पंजीयन नम्बर सही नहीं थे। कई वाहनों का संचालन किसी और के नाम पर हो रहा था। इनमें से अधिकतर वाहन अन्य प्रदेशों के हैं।वर्जनआरटीओ में टैक्स न जमा करना पड़े, इसलिए उत्तर प्रदेश, बिहार, कर्नाटक और राजस्थान के वाहन मालिक अपने वाहनों को यहां भेज दिया है। ऐसे वाहनों पर नजर है। उनके खिलाफ कार्रवाई भी की जा रही है।संतोष पॉल, आरटीओ