ज्वालामुखी वार्ड में बसे अधिक नुकसान
अंधड़ और बारिश से सबसे ज्यादा नुकसान ज्वालामुखी वार्ड क्रमांक-11 में हुआ। यहां सोनू रिछारिया के दोमंजिला मकान पर पीपल का पेड़ गिरने से घर क्षतिग्रस्त हो गया। कन्या स्कूल के पास हेमंत उपाध्याय, ललित मिश्रा के मकान पर महुआ का पेड़ गिरने से गृहस्थी का समान बर्बाद हो गया।
आपदा प्रबंधन की पोल खुली
अंधड़ और बारिश ने नगर पालिका के आपदा प्रबंधन की पोल खोल दी। सिहोरा बस स्टैंड में एनएच-7 पर तीन स्थानों पर आम, बरगद और नीम का पेड़ गिरने से दोनों तरफ लम्बा जाम लग गया। बिजली के पोल टूटने से क्षेत्र की बिजली गुल हो गई। पुलिस ने जेसीबी से सड़क पर गिरे पेड़ों को अलग कराया। करीब एक घंटे बाद यातायात सुचारू हो सका।
घरों में घुसा नालों का पानी
बारिश से पहले नाले-नालियों की सफाई नहीं होने से मझौली बायपास वार्ड क्रमांक-चार में नाले का पानी कई घरों में भर गया। इससे लोगों की गृहस्थी का सामान बह गया।
रेल लाइन पर गिरा पेड़
सिहोरा रोड रेलवे स्टेशन पर कटनी साइड पर रेलवे लाइन पर पेड़ गिरने से ट्रेनों को मेन लाइन से निकालना पड़ा। करीब आधे घंटे तक रेल यातायात बाधित रहा।
अधिकारियों के फोन कवरेज से बाहर
प्री मानसून की पहली बारिश ने बिजली कमपनी के मेंटेनेंस की भी पोल खोल दी। बिजली के तार टूटने से बिजली गुल होने पर लोग बिजली कम्पनी के कार्यालय और अधिकारियों को फोन लगाते रहे। लेकिन फोन नहीं उठा। डीई और कनिष्ठ अधकारियों के फोन कवरेज से बाहर बताते रहे।