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मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार मौसम में तेजी से आ रहे बदलाव
अप्रैल में ही नौतपा जैसी तपन, लोकल सिस्टम बनने से ज्यादा चल रहा अंधड़
मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार सामान्य से 3 से 4 डिग्री सेल्सियस तक अधिक और दिन के वक्त तापमान 40 डिग्री से अधिक होता है तो हवा गर्म होकर ऊपर उठती है। हल्की नमी के साथ हवा जब ऊपर जाती है तो कम दबाव का क्षेत्र निर्मित होता है। तेजी गति से ठंडी हवा नीचे की ओर आती है। काफी तेज गति से चलने वाली इस हवा से अंधड़ की स्थिति बनती है।
गर्मी समय पर, लोकल सिस्टम प्रभावित
कृषि विश्वविद्यालय में मौसम वैज्ञानिक मनीष भान के अनुसार उत्तरी ध्रुव पर लो प्रेशर के कारण इस वर्ष ठंड कालखंड अधिक रहा। गर्मी अपने समय पर है। लेकिन तापमान अचानक तेजी से बढ़ा है। इसकी प्रमुख वजह कांक्रीट का निर्माण बढऩा और हरियाली का कम होना है। इससे पर्यावरण का संतुलन बिगड़ रहा है। समय से पहले तेज गर्मी और अंधड़ जैसी स्थिति बन रही है। तेज धूप तपने और कम दबाव का क्षेत्र बनने पर अंधड़ और लोकल क्लाउड्स के कारण होने वाली बूंदाबांदी गर्मी से राहत पहुंचाने का काम करती है। लेकिन जंगल कम होने से यह लोकल सिस्टम इतना प्रभावी नहीं रहा है। इस कारण तापमान पर काबू नहीं रह गया है। इस साल गर्मी के साथ ही अंधड़ की फ्रीक्वेंसी पहले से अधिक होन की संभावना बढ़ गई है।
बिजली गिरने से पानी की टंकी और टीवी खराब :
गढ़ा में रविवार को सतीश नामदेव के छत पर गिरी बिजली के कारण पानी की टंकी चटक गई और टीवी खराब हो गई। टंकी में लगा अलार्म और मोटर की वायर जल गई। पानी की टंकी और फर्श पर भी बिजली के निशान थे।
असंतुलन का असर
01 महीने से अधिक समय पहले ही नौपता जैसा मौसम बन रहा है
02 पखवाड़े अप्रैल तक पडऩे वाली गर्मी का अहसास अभी से हो रहा
8-9 बार चल सकती है अंधड़, अभी तक 3-5 बार ही चलती है।
3-4 डिग्री सामान्य से अधिक ही तापमान गर्मी में अभी बना रहेगा
45 डिग्री सेल्सियस से ज्यादा होगा इस बार गर्मी में अधिकतम तापमान