आयुष्मान योजना के तहत भर्ती मरीजों की कलेक्टर ने की समीक्षा, स्वास्थ्य अधिकारियों को दिए निर्देश
जिला अस्पताल पहुंचकर कलेक्टर ने आयुष्मान कार्डधारी कोरोना पीडि़तों को निजी में उपचार के लिए भर्ती कराने की दिशा में अभी तक हुई प्रगति की समीक्षा की। कलेक्टर ने इस अवसर पर आयुष्मान भारत योजना के क्रियान्वयन के लिए जिला अस्पताल में बने विशेष सेल का निरीक्षण भी किया। उन्होंने यहां शासकीय एवं निजी अस्पतालों में उपचार के लिए भर्ती आयुष्मान कार्डधारी कोरोना मरीजों के आयुष्मान पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया देखी।
कलेक्टर ने ज्यादा से ज्यादा निजी अस्पतालों को आयुष्मान भारत योजना में रजिस्टर्ड कराने की हिदायत भी अधिकारियों को दी। उन्होंने कहा कि यदि किसी पात्र का आयुष्मान कार्ड नहीं बना है तो भी उसके परिवार के अन्य सदस्यों के आयुष्मान कार्ड के आधार पर उपचार के लिए भर्ती कराया जाए। भर्ती होने के बाद 24 घंटे के भीतर उसका आयुष्मान कार्ड बनाया जाए। इस दौरान सिविल सर्जन डॉ. सीबी अरोरा, रेजीडेंट मेडीकल आफिसर डॉ. संजय जैन, डिप्टी कलेक्टर मेघा पवार तथा डीपीएम भी मौजूद थे।
मेडिकल में भर्ती पात्र मरीजों का हो पंजीयन
जिला अस्पताल के बाद कलेक्टर कर्मवीर शर्मा मेडिकल कॉलेज पहुंचे और वहां भी कोरोना के उपचार के लिए भर्ती मरीजों में से आयुष्मान भारत योजना के पात्र मरीजों को चिन्हित कर आयुष्मान पोर्टल पर उनका ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन और अथराईजेशन कराने के निर्देश दिए। शर्मा ने इस मौके पर मेडिकल कॉलेज के डीन डॉ. प्रदीप कसार के साथ अस्पताल में कोरोना मरीजों के रजिस्ट्रेशन के लिए बनाए गए कंट्रोल रूम का निरीक्षण भी किया।