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Student politics- इस शहर में भी छात्र राजनीति का उबाल

locationजबलपुरPublished: Aug 31, 2019 07:59:26 pm

Submitted by:

shyam bihari

प्रत्यक्ष प्रणाली से चुनाव पर दिया जा रहा है जोर
 
Emphasis is being given on election through direct system
Student politics- इस शहर में भी छात्र राजनीति का उबाल

Student Union Election छात्र संघ चुनाव का ऐलान, इस दिन होगा मतदान

Student Union Election छात्र संघ चुनाव का ऐलान, इस दिन होगा मतदान

जबलपुर। पूरे मध्यप्रदेश में इस समय छात्रसंघ चुनाव पर चर्चा जोरों पर है। इसके साथ में यह भी चर्चा है कि चुनाव प्रत्यक्ष प्रणाली पर कराए जाएं या नहीं? यह मुद्दा इस समय वायरल खबर की तरह उबल रहा है। जबलपुर शहर में भी यह मुद्दा चौक-चौराहों, विवि के परिसरों में सरगर्म है। हालांकि, अभी भी एक राय नहीं बन पा रही है। सभी खेमे कह रहे हैं कि छात्रसंघ चुनाव तो होने ही चाहिए। लेकिन, प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष प्रणाली को लेकर एक राय नहीं बन पा रही है। एक वर्ग कह रहा है कि विवि, महाविद्यालयों के परिसर में राजनीति की एंट्री बेहद सधे तरीके से होनी चाहिए। ऐसा नहीं होने पर राजनीति का स्वरूप अराजक हो जाता है। इससे कैम्पस अखाड़ों के रूप में बदल जाते हैं। जबकि, एक वर्ग कहना है कि प्रत्यक्ष प्रणाली का चुनाव होने से ही से छात्र राजनीति का सही मतलब सिद्ध होगा।

रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय के छात्रों की राय है कि छात्रसंघ चुनाव प्रत्यक्ष प्रणाली से होने चाहिए। छात्रों के बीच से चुना गया प्रतिनिधि ही समस्याओं के प्रति गम्भीर होता है। जबकि, अप्रत्यक्ष प्रणाली वाले छात्रसंघ के पदाधिकारी अक्सर निष्क्रिय हो जाते हैं। वे सिर्फ अपने फायदे की बात करते हैं। कुछ छात्रों को कहना है कि निजी या शासकीय महाविद्यालयों में कभी-कभी छात्र हितों की अनदेखी होती है। ऐसे समय में छात्र मजबूर होता है। छात्रसंघ होने पर गम्भीर समस्याओं पर गम्भीरता से जोरदार विरोध सम्भव होता है। कुछ ने कहा कि पदाधिकारी बनने के लिए छात्र एक-एक वोट के लिए संघर्ष करता है और पद का महत्व बखूबी समझता है। लेकिन, अंकों के अनुसार पदाधिकारी बनने वाला अपने ही अंक बढ़ाने में लगा रहता है।

आपस में चर्चा कर रहे कुछ छात्रों ने कहा कि छात्रसंघ राजनीति की पाठशाला है। इसके बावजूद मप्र में यह वर्षों से बंद है। ऐसा होना दुर्भाग्यजनक है। कई छात्र नेताओं ने देश की राजनीति में जनप्रतिनिधि के रूप में पहचान स्थापित की। यह जरूर है चाहते हैं कि छात्रसंघ चुनाव हो लेकिन इसमें राजनीतिक पार्टी का दखल न हो। उच्च शिक्षा में छात्रों का बौद्धिक स्तर बेहतर होता है और परिपक्वता आ जाती है। छात्रसंघ के नाम पर अराजकता फैलने की बातें करना गलत है। छात्रसंघ से उच्च शिक्षा का स्तर ऊंचा होता है।

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