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सुभाषचंद बोस की मूर्ति पर पोत दिया ‘लाल रंग’ त्रिपुरा, कोलकाता के बाद प्रदेश की पहली घटना- देखें वीडियो

locationजबलपुरPublished: Mar 08, 2018 01:22:30 pm

Submitted by:

Lalit kostha

नेताजी सुभाषचंद बोस की प्रतिमा को लाल रंग से पोत दिया गया है। जिसके बाद प्रशासन भी हरकत में आ गया है

subhash chandra bose Statue Vandalised In MP after tripura Tension

subhash chandra bose Statue Vandalised In MP after tripura Tension

जबलपुर। त्रिपुरा में वामदलों की हार के बाद रूसी क्रांतिकारी और वामदल विचारधारा के प्रतीक कहे जाने वो ब्लादिमीर लेनिन की मूर्ति को तोड़े जाने के बाद पूरे देश में अजीब सा माहौल तैयार हो गया है। जिसमें महापुरुषों की मूर्तियों को तोडऩे की कोशिशें हो रही हैं। त्रिपुरा की घटना के बाद से देश के कई इलाकों से मूर्तियों के तोड़े जाने या उन्हें नुकसान पहुंचाए जाने की खबरें सामने आ रही हैं। उत्तर प्रदेश में भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा, श्यामा प्रसाद मुखर्जी की प्रतिमा और पेरियार की मूर्ति को तोड़ा गया है। वहीं ताजा मामला जबलपुर का है। जहां नेताजी सुभाषचंद बोस की प्रतिमा को लाल रंग से पोत दिया गया है। जिसके बाद प्रशासन भी हरकत में आ गया है।

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मूर्ति पर लाल रंग साजिश या होली की हुड़दंग
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार श्रीनाथ की तलैया स्थित सुभाषचंद बोस की प्रतिमा लगी हुई है। यह प्रतिमा होली तक ठीक थी। लेकिन त्रिपुरा की घटना के बाद आक्रोशित वामदलों द्वारा देशभर में अनेक महापुरुषों की प्रतिमाओं को तोड़ा जा रहा है। इसी क्रम में संभवत: जबलपुर की सफेद प्रतिमा पर लाल रंग डाला गया है। इसकी जानकारी लगते है मौके पर पुलिस बल पहुंचा साथ ही प्रशासनिक अधिकारी भी पहुंच गए। वहां होली खेल रहे लोगों से इसकी पूछताछ की गई, लेकिन किसी ने रंग डालने के बात नहीं कही। प्रशासन हालांकि इसकी जांच कराने की बात कह रहा है।

महाकोशल में सक्रिय है वामदल समर्थक
राजनीतिक जानकारों के अनुसार जबलपुर समेत महाकोशल में वामदलों के समर्थक काफी समय से सक्रिय हैं। उनकी मौजूदगी चुनावों के समय देखने मिलती रहती है, किंतु बाकी समय में उनकी कोई सक्रियता प्रत्यक्षरूप से दिखाई नहीं देती है। नेताजी की प्रतिमा पर लाल रंग फेंका जाना अपने आप में संदिग्ध कार्य लग रहा है। क्योंकि इसके पहले कभी शहर में प्रतिमाओं से इस तरह की छेड़छाड़ नहीं देखी गई है।

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