जबलपुर

ये सूफी कलाकार बनाएंगे संगीतमय नर्मदा एंथम, नर्मदा कुंभ में की घोषणा

एक सूत्र में पिरोएंगे मां नर्मदा की गाथा

जबलपुरMar 04, 2020 / 07:12 pm

reetesh pyasi

Many stars including Kailash Khair joined Thar’s Veer program

जबलपुर। सूफी गायक कैलाश खेर जल्द ही मां नर्मदा की गौरव गाथा, प्रसंग और तटों की संस्कृति को एक सूत्र में पिरोएंगे। जबलपुर में आयोजित नर्मदा गो कुम्भ में अपनी प्रस्तृति से पहले पत्रकारों से चर्चा में उन्होंने कहा कि ‘नर्मदा एंथम’ पर काम करना चाहते हैं। यह भीड़ से अलग होगा। ऐसा प्रयास होगा जिसमें उनके अस्तित्व का पता लग सके। अभी भी इस पर काम हुआ है लेकिन वह टुकड़ों में होता रहा है। अब उसे एक सूत्र में पिरोना चाहते हैं। इसका रूपांतरण और चित्रण भी अद्भुत होगा। जबलपुर के सम्बंध में उनका उन्होंने कहा कि यह जबलपुर ‘जबरपुर’ है। कमाल है। यह तपोभूमि है। नर्मदा का किनारा है। यह वह जगह है जहां भगवान राम के कदम भी पड़े थे। यह साहित्यकारों, संगीतकार, मनीषियों और शिक्षाविदों की धरा है। यहां के लोग कैलासा के प्रशंसक हैं। दस बार इसे यहां गा चुके हैं लेकिन जितनी बार आए नया अनुभव मिला। इस बार की प्रस्तुति में बाहुबलि, आदियोगी और भगवान शिव की स्तुतियों को प्रस्तुत कर रहे हैं।
ऐसे गाओ जैसे पेमेंट हो गई है
युवा गायकों को संदेश के सम्बंध में उन्होंने कहा कि तुम ऐसे गाओ जैसे पेमेंट हो गई है। ज्यादातर गायक या संगीतकार उदास होते हैं। वह सोचते हैं उन्हें सफलता नहीं मिलती। विषमता और विफलताओं को गले लगाते हुए चलना चाहिए। हिम्मत नहीं हारिए।
भारत देशप्रेम का नगर
दिल्ली में हुई हिंसा पर उन्होंने कहा कि हत्या और हिंसा नहीं होनी चाहए। भारत देश प्रेम का नगर है। किसी भी रूप में हिंसा की सीख नहीं दी जाती। जो हिंसा कर रहे हैं परमात्मा उन्हें सद्बुद्धि दे।
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