विभागों के फेर में फंसा पेंच
वन अधिकारियों के अनुसार वन क्षेत्रों में प्राकृतिक जलस्रोतों की मरम्मत कराकर पानी भरा गया है। सैन्य क्षेत्र और नगर निगम की भूमि वाले जंगलों में वन विभाग की ओर से कोई कार्य नहीं कराया जा रहा है। इसके अलावा जिन अन्य विभागों के अंतर्गत वन क्षेत्र आते हैं, वे भी इस सम्बंध में काम नहीं कर रहे हैं।
वन अधिकारियों के अनुसार वन क्षेत्रों में प्राकृतिक जलस्रोतों की मरम्मत कराकर पानी भरा गया है। सैन्य क्षेत्र और नगर निगम की भूमि वाले जंगलों में वन विभाग की ओर से कोई कार्य नहीं कराया जा रहा है। इसके अलावा जिन अन्य विभागों के अंतर्गत वन क्षेत्र आते हैं, वे भी इस सम्बंध में काम नहीं कर रहे हैं।
तेंदुए का भी जोखिम
गर्मी सीजन की शुरुआत में ही 24 वन्य प्राणियों का रेस्क्यू किया जा चुका है। खमरिया क्षेत्र में तेंदुए की दस्तक से लोग दहशत में हैं। तेंदुआ, लकड़बग्घा, जंगली बिल्ली, जंगली सुअर, लोमड़ी जैसे वन्यप्राणियों के आबादी वाले क्षेत्रों में जाने से स्थिति और भयावह हो सकती है।
गर्मी सीजन की शुरुआत में ही 24 वन्य प्राणियों का रेस्क्यू किया जा चुका है। खमरिया क्षेत्र में तेंदुए की दस्तक से लोग दहशत में हैं। तेंदुआ, लकड़बग्घा, जंगली बिल्ली, जंगली सुअर, लोमड़ी जैसे वन्यप्राणियों के आबादी वाले क्षेत्रों में जाने से स्थिति और भयावह हो सकती है।
शहरी क्षेत्रों के जंगलों में वन्य प्राणियों की प्यास बुझाने के लिए पर्याप्त जलस्रोत बनाए जाएंगे। इस सम्बंध में सैन्य संस्थानों के अधिकारियों से भी बात की जाएगी।
रवीन्द्रमणि त्रिपाठी, डीएफओ
रवीन्द्रमणि त्रिपाठी, डीएफओ