दिनभर चला बैठकों का दौर, तैयारियां पूरीं, ट्रेनों की हुई मैपिंग
मदनमहल और अधारताल स्टेशन में चलेंगी कई ट्रेनें
ये होती थी परेशानी
सुबह सात से दस और शाम तीन से सात बजे के बीच अधिकतर ट्रेनें जबलपुर स्टेशन से गुजरती हैं। इस दौरान यदि इंटरसिटी एक्सप्रेस प्लेटफॉर्म पर होती थी तो दूसरी ट्रेनों को प्लेटफॉर्म पर लेने में परेशानी होती थी। इससे ट्रेनें लेट होती थीं।
आने वाले दो दिन तक दोनों स्टेशनों को ऑवजर्वेशन मोड पर रखा गया है। ट्रेनों के शुरू होने और टर्मिनेट होने के वक्त अतिरिक्त स्टाफ तैनात किया जाएगा। जो विभिन्न बिन्दुओं का आंकलन करेंगे। जिसके बाद आवश्यकता पडऩे पर अन्य व्यवस्थाएं की जाएंगी।
जबलपुर-हबीबगंज-जबलपुर इंटरसिटी एक्सप्रेस के अधारताल तक आने-जाने से अधारताल, महाराजपुर, वीकल, पनागर और सिहोरा तक के उन यात्रियों को लाभ होगा, जिन्हें भोपाल आना-जाना होता है। अधारताल स्टेशन से ट्रेन का संचालन शुरू होने के बाद अगले चरण में अधारताल स्टेशन पर विकास कार्य कराए जाएंगे। यहां वेटिंग रूम, फुट ओवरब्रिज और प्लेटफॉर्म को ऊंचा किया जाएगा। जल्द ही मदन महल स्टेशन भी नए स्वरूप में होगा। यहां चार प्लेटफॉर्म होंगे।
मदन महल से चार जोड़ी और अधारताल से एक जोड़ी ट्रेन गुरुवार से संचालित की जाएंगी। रीमॉडलिंग के दौरान दोनों स्टेशनों से ट्रेनों का संचालन हुआ था, इसलिए वहां पर्याप्त व्यवस्थाएं हैं। इसके बावजूद दो से तीन दिन तक ऑवजर्वेशन किया जाएगा।
– मनोज सिंह, डीआरएम, जबलपुर रेल मंडल