बिना बोले समझ जाते हैं मन की बात
शादी के 38 सालों बाद ही शहर की कल्पना जैन और हसबैंड सीके जैन का प्यार बेपनाह है। कल्पना कहती हैं कि उनके हसबैंड हमेशा एप्रिशिएशन वाला काम ही करते हैं। फिर चाहे वह बाहर के कामों को फटाफट निपटाना हो या फिर घर के कामों में मदद करनी हो। इन सबके बीच एक खास बात यह है कि जब कभी मन हताश होता है कि पति सीके जैन बिना कहे ही कल्पना के मन की बातों को समझ जाते हैं और परेशानी की वजह जानकर उसे हल करने में मदद भी करते हैं। हर काम के लिए कल्पना पति को एप्रिशिएट करती हैं।
इसलिए मनाते हैं
हसबैंड के लिए इस दिन की शुरुआत साल 2016 में की गई थी। इसके बाद से प्रतिवर्ष अप्रैल के तीसरे शनिवार को इस दिवस को मनाया जाता है। इस दिवस को मनाने का मुख्य उद्देश्य हसबैंड को अलग-अलग तरीकों से अंडरस्टेडिंग के लिए धन्यवाद कहना है। एेसे में इस दिन हसबैंड को एप्रिशिएट करके उन्हें जीवन में खास होने का अहसास दिलाया जाता है।
जॉब करने के लिए किया सपोर्ट
शादी के दस सालों के इस रिश्ते के बीच प्रज्ञा राय ने पति सपन राय को एक अच्छे जीवनसाथी के साथ-साथ अच्छे दोस्त के रूप में भी पाया है। वे कहती हैं कि शादी के बाद जॉब करने का काफी मन था, लेकिन पारिवारिक अड़चनों के कारण यह करना संभव नहीं हो पा रहा था। उस वक्त पति सपन का पूरी तरह से सपोर्ट रहा कि नहीं तुम अपने सपनों को कुर्बान नहीं करोगी और जॉब के लिए जाओगी। सभी को मनाते हुए सपन से प्रज्ञा के इस सपने को पूरा किया था। उस बात के लिए प्रज्ञा पति को हमेशा एप्रिशिएट करती हैं।
आप भी एेसे करें एप्रिशिएट
पति के सुबह उठते ही उन्हें एक नोट लिखकर दे सकते हैं।
पति को एक अच्छा का कोटोशन कार्ड गिफ्ट करके।
मनपसंद चीजों को गिफ्ट देकर
खुद से लिखी हुई कुछ लाइनों को सुनाकर
जिन्दगी भर उन्हें समझने के लिए थैंक्स बोलकर।
उनके लिए स्पेशल लंच या डिनर बनाकर।