शुभ मुहूर्त – आज पत्र लेखन, मित्र मिलन, कर्जनिपटारा, भ्रमण मनोरंजन, देवदर्शन, तीर्थयात्रा, कथा पुराण, राजनीति, कूटनीति तथा सामाजिक सेवा के कार्य शुभ तथा सुखद हंै।
आज प्रात: 9.00 से 10.30 शुभ दोपहर 1.30 से 6.00 चर, लाभ तथा अमृत एवं रात्रि 6.00 से 7.30 बजे तक चर की चौघडिय़ा शुभ तथा मंगलकारी मानी जाती है।
व्रतोत्सव- आज : आज देवर्षि नारद जयंती तथा ज्येष्ठ मास का प्रथम सोमवार भगवान शिव के पूजन के लिए अत्यंत सुखद है।
चन्द्रमा : रात्रि 3.4 तक वृश्चिक राशि में उपरंात गुरु प्रधान राशि धनु राशि में संचरण करेगा।
ग्रह राशि नक्षत्र परिवर्तन: सूर्य के वृष राशि में गुरु वृश्चिकराशि में तथा शनि धनु राशि के साथ सभी ग्रह यथा राशि पर स्थित हैं, सूर्य का कृत्तिका नक्षत्र में संचरण रहेगा।
दिशाशूल: आज का दिशाशूल पूर्व दिशा में रहता है, इस दिशा की व्यापारिक यात्रा को यथा संभव टालना हितकर है। चन्द्रमा का वास उत्तर दिशा में है, सन्मुख एवं दाहिना चन्द्रमा शुभ माना जाता है।
राहुकाल: प्रात: 7.30.00 बजे से 9.00.00 बजे तक। (शुभ कार्य के लिए वर्जित)
आज जन्म लेने वाले बच्चे – आज जन्मे बालकों का नामाक्षर नो,या,यू अक्षर से आरंभ कर सकते हंै। ज्येष्ठा नक्षत्र में जन्मे बालकों की राशि वृश्चिक राशि स्वामी मंगलतथा रजतपाद पाया में जन्म माना जाएगा। वृश्चिक राशि के जातक विनोदी, स्मरण शक्तिवाले, निपुण, चतुर, बुद्धिमान, रूपवान, विचारशील, $गुणवान, धैर्यवान, लज्जाशील, शास्त्रप्रिय तथा विवेकी स्वभाव के होते हंै। स्वयं के व्यवसाय में सफल रहते हैं।