नक्षत्र- मृदुसंज्ञक तिर्यडमुख नक्षत्र शाम 4.31 तक उपरंात तीक्ष्णसंज्ञक नक्षत्र अश्विनी नक्षत्र रहेगा। मृगशिरा नक्षत्र शुभ मंगलकारी नक्षत्र माना जाता है। इस नक्षत्र में गृह देवमंदिर, आभूषण निर्माण, पौधरोपण, वाटिका रोपण, वास्तु, क्रय विक्रय, जैसे कार्य अत्यंत शुभ तथा मंगलकारी माने जाते हैं। वही अश्विनी नक्षत्र भी इन कार्यों हेतु शुभ माना जाता है।
शुभ मुहूर्त – आज नामकरण, विद्यारंभ, अक्षरारंभ, वेदारंभ, क्रय विक्रय विपणि व्यापार, हलप्रवहण, सेवारंभ बीज बपन, नववस्त्रधारण, पूर्व एवं दक्षिण की यात्रा शुभ रहेगी।
श्रेष्ठ चौघडि़ए – आज प्रात: 9.00 से 10.30 शुभ दोपहर 1.30 से 6.00 चर, लाभ, अमृत तथा रात्रि 6.00 से 7.30 चर की चौघडिय़ा शुभ तथा मंगलकारी मानी जाती है।
व्रतोत्सव- आज : श्रावण मास का द्वितीय प्रदोषसोम व्रत का पावन व्रत व्रतोत्सव पर्व रहेगा। भगवान शिव की आराधना परम कल्याणकारी रहेगी।
चन्द्रमा : दिवस रात्रि पर्यंत तक बुध प्रधान राशि मिथुन राशि में संचरण करेगा।
ग्रह राशि नक्षत्र परिवर्तन: सूर्य के कर्क राशि में गुरु वृश्चिक राशि में तथा शनि धनु राशि के साथ सभी ग्रह यथा राशि पर स्थित हैं। सूर्य का पुष्य नक्षत्र में संचरण रहेगा।
दिशाशूल: आज का दिशाशूल पूर्व दिशा में रहता है, इस दिशा की व्यापारिक यात्रा को यथा सम्भव टालना हितकर है। चन्द्रमा का वास पश्चिम दिशा में है, सन्मुख एवं दाहिना चन्द्रमा शुभ माना जाता है।
राहुकाल: प्रात: 7.30.00 से 9.00.00 बजे तक।
आज जन्म लेने वाले बच्चे – आज जन्मे बालकों का नामाक्षर के,वो,का,की अक्षर से आरंभ कर सकते हैं, बालकों की राशि मिथुन तथा राशि स्वामी बुध होंगे। मिथुन राशि के जातक प्राय: सुंदर, मननशील, विचारवान, सुशील, गम्भीर, सेवाभावी, धैर्यवान, दार्शनिक, प्रकृतिप्रेमी, आडम्बर विरोधी तथा जन हितैषी स्वभाव के होते हैं। शाम 4.31 के उपरंात जन्मे बालकों का जन्म नक्षत्र आद्र्रा रहेगा, इस नक्षत्र में जन्मे जातक सौम्यशील रहते हंै।