मामला संदिग्ध
इस बीच मामला संदिग्ध होने के कारण देश की कई जांच एजेंसियां भी सक्रिय गई हैं। अधिकारियों ने फैक्ट्री प्रशासन से दस्तावेज लिए हैं। ओएफके में सुरक्षा विभाग की जांच में एक ठेकेदार के २५ से २४ ठेका श्रमिकों की जन्म तिथि १ जनवरी थी। हालांकि, सन अलग-अलग रहा। एक सी जन्म तारीख होने के कारण इसमें किसी प्रकार की गड़बड़ी का संदेह जताया गया। सुरक्षा विभाग ने इसकी रिपोर्ट वरिष्ठ महाप्रबंधक को सौंपी। अपने स्तर पर जांच के बाद फैक्ट्री प्रशासन ने इस मामले को पुलिस को सौंप दिया है। पुलिस अपने स्तर पर इसकी जांच कर रही है।
पीवीआर जांच
रांझी सीएसपी अखिल वर्मा ने बताया कि पुलिस के पास जांच के लिए मामला आया है कि पश्चिम बंगाल के इन ठेका श्रमिकों की जन्म तारीख एक सी कैसे है। इनका पीवीआर भी किया गया है। उन्होंने बताया कि श्रमिकों के आधार कार्ड की जांच की गई। उनके उंगलियों के निशान मैच हो गए हैं। इस आधार पर सभी का पता पश्चिम बंगाल का है। इसलिए प्रारम्भिक जांच में इनके बांग्लादेशी होने जैसी बात सामने नहीं आई है। उनका कहना था कि पीवीआर की जांच के लिए एक टीम पश्चिम बंगाल भेजी जा रही है।