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दिल्ली में हुई सीआरपीएफ जवान की संदिग्ध मौत, परिजन बता रहे हत्या

locationजबलपुरPublished: Aug 01, 2020 11:42:59 pm

Submitted by:

santosh singh

-जबलपुर के रामपुर सिद्धनाथ का रहने वाला था जवान, -पहले खुद को गोली मारने फिर चौथी मंजिल से छलांग लगाने की दी थी सूचना-जबकि शरीर में कलाई कटने के अलावा खरोंच के निशान तक नहीं

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जबलपुर। दिल्ली के रोहणी क्षेत्र स्थित सीआरपीएफ परिसर में जबलपुर निवासी 32 वर्षीय जवान मुकेश गौर की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। सीआरपीएफ की तरफ से घरवालों को पहली सूचना खुद को गोली मारने की दी गई। इसके बाद बताया गया कि मुकेश ने चौथी मंजिल से छलांग लगा ली थी। पिता, पत्नी व भाई वहां पहुंचे तो कलाई कटने के अलावा शरीर में एक खरोंच तक नहीं मिला। यहां तक कि चौथी मंजिल से छलांग लगाने के बावजूद शरीर के किसी हिस्से में फ्रैक्चर तक नहीं आया। परिवार वालों का दावा है कि मुकेश की हत्या की गई है।
जानकारी के अनुसार रामपुर सिद्धनाथ निवासी मुकेश गौर (32) की वर्तमान में सीआरपीएफ रोहणी दिल्ली में पदस्थ थे। पत्नी अर्चना के मुताबिक 26 को पति से बात हुई थी। तब उन्होंने बताया था कि किसी पंजाब सिंह नाम के अधिकारी से विवाद हो गया था। फिर बात हुई तो कहा कि अब सब ठीक हो गया है। इसके बाद मोबाइल बंद हो गया। 27 जुलाई को सीआरपीएफ के अधिकारियों ने कॉल कर बताया कि मुकेश गौर ने खुद को गोली मार ली है। फिर बताया कि चौथी मंजिल से गिर गए हैं। वहां पत्नी अर्चना, पिता शिवचरण और भाई संजू पहुंचे।

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पीएम तक नहीं कराया था सीआरपीएफ वालों ने-
परिवार वालों का दावा है कि सीआरपीएफ वालों ने पुलिस तक को खबर नहीं दी थी। उनके वहां पहुंचने पर जब स्थानीय थाने को सूचना दी गई। तब जाकर शव पीएम के लिए मिला। शरीर पर किसी तरह का खरोंच नहीं मिला। पत्नी अर्चना के मुताबिक उनके हाथ में एक कागज का टुकड़ा मिला, जिसमें सात लोगों के नाम लिखे थे। उसे पुलिस ने जब्त किया है।
रूम पाटर्नर को किया गायब-
यहीं नहीं मुकेश गौर के साथ रूम पाटर्नर को भी अधिकारियों ने वहां से गायब कर दिया। उससे परिवार के लोगों से बातचीत करने नहीं दिया। शुक्रवार को परिवार के लोग जवान का शव लेकर दिल्ली से फ्लाईट से भोपाल और वहां से सडक़ मार्ग से जबलपुर लाए। जवान का अंतिम संस्कार कर चुके परिवार के लोगों ने मामले में सीबीआई जांच की गुहार लगाई है।

पिता लगाते हैं चाय की दुकान-
मुकेश की दो बहनें हैं। पिता शिवचरण गौर एफसीआई रामपुर के पास चाय की दुकान लगाते हैं। उनकी छह वर्षीय बेटी व चार वर्ष का बेटा है। रक्षाबंधन से पहले भाई की मौत से बहनों का रो-रो कर बुरा हाल है। बहनों ने मामले में पीएम से सीबीआई जांच की अपील करते हुए इंसाफ दिलाने की मांग की है।
वर्जन-
मेरे वार्ड के निवासी सीआरपीएफ जवान मुकेश गौर की मौत संदिग्ध हालत में हुई है। सीआरपीएफ के अधिकारियों ने लगातार भ्रमित करने वाली जानकारी दी है। यहां तक कि मुझे शिवसेना के स्थानीय पदाधिकारियों को मदद के लिए भेजना पड़ा। तब जाकर पुलिस अपनी कार्रवाई कर पायी। इस मामले की निष्पक्ष जांच होनी चाहिए, जिससे पीडि़त परिवार को इंसाफ मिल सके।
ठाडेश्वर महावर, पूर्व पार्षद, शंकरशाह वार्ड

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