इसलिए हुआ संदेह
भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष शाह के स्वागत के लिए बड़ी संख्या में नेता व कार्यकर्ता एयरपोर्ट पहुंचे थे। अफरा-तफरी के माहौल में कई वाहन अंदर तक चले गए। यह आरोप सामने आया कि कई वाहनों को बिना जांचे परखे ही परिसर के अंदर जाने दिया गया। शाह के एयरपोर्ट आगमन के दौरन जिस वीआईपी वाहनों के काफिले के साथ उन्हें रवाना होना था, उस काफिले के साथ एक वाहन ऐसा भी था जिसने पुलिस प्रशासन की कुछ ही देर में हालत खराब कर दी। सफेद रंग की बिना नंबर की कार इस वीआईपी काफिले के साथ खड़ी थी। कार बाहर से लॉक थी और न ही कार मालिक का कहीं पता था। इसी दौरान शाह को निकलना था। एक पुलिस कर्मी की नजर काफिले में आगे की ओर शामिल बिना नंबर की कार पर गई। संदिग्ध स्थिति का आभास होते ही उसने पड़ताल शुरू की और सुरक्षा कर्मियों में हडक़ंप मच गया।
एयरपोर्ट पर चला एनाउसमेंट चला
हडक़ंप मचने के बाद एयरपोर्ट पर अनाउसमेंट किया गया। कार हटाने के लिए मालिक को पहुंचने के लिए कहा गया। लेकिन कोई भी नहीं पहुंचा। पुलिस प्रशासन की हालत पस्त हो गई। तत्काल क्रेन बुलाई गई। जब क्रेन ने कार को हटाना शुरू किया उतने में एक कार्यकर्ता दौड़ते हुए पहुंचा और अपनी कार होने की बात कही। इस पर उसे अधिकारियों ने जमकर फटकार लगाई।
मेटर डिटेकर से जांच
शाह के स्वागत के लिए बड़ी संख्या में गुलदस्ते लाए गए थे। सुरक्षा को देखते हुए गुलदस्तों को अंदर ले जाने नहीं दिया गया। इस दौरान हर गुलदस्ते की मेटर डिटेक्टर से जांच की गई। संतुष्टि के बाद ही इसे जाने दिया गया।
दूर से रखी जा रही थी नजर
एयरपोर्ट परिसर की चाहरदीवारी के आसपास सुरक्षा कर्मियों को तैनात किया गया था। कंट्रेाल टॉवर से लेकर आसपास की गतिविधियों पर सीधी नजर रखी जा रही थी। वहीं एयरपोर्ट परिसर में व्रज वाहन आदि भी सुरक्षा की दृष्टि से तैनात किए गए थे। इस बीच सफेद रंग की कार दिन भर चर्चा का विषय बनी रही।