मौसम में नमी और अंदेशा बढ़ा
जानकारों के अनुसार घरों के आसपास घास-फूस सहित जलभराव वाली जगहों पर मच्छरों के लार्वा पनपते है। गर्मी के बाद जब बारिश होते है और नमी के साथ ठंड की ओर मौसम बढ़ता है तो यह मच्छर के पनपने का अनुकूल समय होता है। तापमान 35 डिग्री सेल्सियस और आद्रता 50 प्रतिशत से अधिक होने पर लार्वा तेजी से बढ़ते है।
जीरो मलेरिया स्टार्ट विद मी
जिला मलेरिया अधिकारी डॉ. नीता मिश्रा के अनुसार मलेरिया के मरीज कम हुए है। आम लोग बीमारियों से बचने के लिए मच्छरों से बचाव के उपाय कर रहे है। विभाग की ओर से आम लोगों को जागरुक करने के लिए मलेरिया दिवस पर ‘जीरो मलेरिया स्टार्ट विद मीÓ अभियान शुरू किया जा रहा है। इसमें मलेरिया रोग नियंत्रण से संबंधित कार्यशाला, प्रतियोगिता, परिचर्चा, अंर्तविभागीय बैठक सहित कई कार्यक्रम होंगे।
ये रखें सावधानी:
– छत एवं घर के आसपास अनुपयोगी सामग्री में पानी जमा न होने दें।
– सप्ताह में एक बार अपने कूलर का पानी खाली कर साफ कर एवं सुखाकर पानी भरें।
– सप्ताह में एक बार अपने टंकी, डिब्बा, बाल्टी का पानी खाली कर दें और अच्छी तरह धोकर सुखाकर उपयोग में लावें।
– पानी के बर्तन टंकियां आदि को ढककर रखें।
– हैंडपंप और पानी के स्त्रोतों के आसपास पानी एकत्रित न होने दें।
– घर के आसपास के गड्ढों को मिट्टी से भर दें।
– पानी भरे रहने वाले स्थानों पर मिट्ी का तेल या जले हुआ ऑइल डालें।
– मच्छर को भ्गाने के लिए नीम का धुआं करें एवं अन्य कीटनाशक का भी उपयोग कर सकते हैं।
– मच्छरों से होने वाले रोगों से बचाव के लिए सदैव मच्छरदानी का उपयोग करें एवं अपने घर के दरवाजें, खिड़कियों में मच्छरराोधी जाली का उपयोग करें।
– बुखार आने पर शासकीय चिकित्सालयें में खून की जांच कराएं यह पूर्णत: नि:शुल्क हैं।