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साइक्लिंग वेलोड्रम में निखरेंगीं प्रतिभाएं, अंतराष्ट्रीय फुटबॉल स्टेडियम का सपना होगा साकार

locationजबलपुरPublished: Jan 04, 2020 11:47:09 am

Submitted by:

virendra rajak

2020 में शहर में हो सकता है खेल सुविधाओं में विस्तार, अन्य खेलों को भी बढ़ाने होंगें प्रयास

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जबलपुर, शहर के खिलाडिय़ों ने देश विदेश में संस्कारधानी समेत देश का परचम लहराया है। नया साल जिले के खिलाडिय़ों के लिए सौगात भरा होगा। इस वर्ष जहां शहर को राष्ट्रीय स्तर के साइक्लिंग वेलोड्रम की सौगात मिलेगी, वहीं अंतराष्ट्रीय फुटबॉल स्टेडियम का सपना भी साकार हो सकता है। वेलोड्रम और स्टेडियम के निर्माण के बाद जहां शहर के खिलाड़ी यहां होने वाली राष्ट्रीय और अंतराष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिताओं से खेल की टेक्निक सीख सकेंगें। वहीं उन्हें राष्ट्रीय और अंतराष्ट्रीय स्तर के कोचों से प्रशिक्षण भी मिल सकेगा।
इनडोर स्टेडियम यहा
रांझी इनडोर स्टेडियम, रानीताल इनडोर स्टेडियम
दस करोड़ से हो रहा निर्माण
आदिवासी विकास विभाग द्वारा तिलहरी में राष्ट्रीय स्तर का साइक्लिंग वेलोड्रम तैयार किया जा रहा है। दस करोड रुपए की लागत से बनने वाले इस आधुनिक वेलोड्रम में राष्ट्रीय स्तर के प्रशिक्षण तैनात किए जाएंगे। वहीं खिलाडिय़ों को भी राष्ट्रीय स्तर की सुविधाएं मुहैया कराई जाएंगीं। वर्तमान में रानीताल में साइकिल वेलोड्रम हैं, यहां अच्छे प्रशिक्षक भी हैं, लेकिन यह तीन दशक से ज्यादा पुराना हो गया है।
ये हैं खेल मैदान
रानीताल, राइट टाउन, खमरिया मैदान, शिवाजी मैदान, नीमखेड़ा स्टेडियम, पुलिस लाइन स्टेडियम, साइंस कॉलेज मैदान, महाकोशल कॉलेज मैदान, रेलवे स्टेडियम समेत सौ छोटे मैदान।
एशियन गेम्स में हुई थी शामिल
साइक्लिंग वेलोड्रम में प्रशिक्षण प्राप्त करने वाली चोवा पिछले एशियन गेम्स तक पहुंची थीं। उन्होंने एशियन गेम्स में मेडल भी जीता था। इसके पूर्व भी वे कई राष्ट्रीय और अंतराष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिताओं में शामिल हो चुकीं हैं।
मिल सकती है शूटिंग रेंज
तत्कालीन नगर निगम कमिश्नर वेदप्रकाश ने स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत एक शूटिंग रेंज बनाने का एमओयू निजी एकेडमी के साथ किया था। यह इसलिए था, ताकि अधिक से अधिक शूटर्स को तैयार किया जा सके। यह मामला ठंडे बस्ते में चला गया था, लेकिन एक बार फिर इसके लिए कवायद शुरू हो गई है। ऐसा माना जा रहा है कि स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत खिलाडिय़ों के लिए इस शूटिंग रेंज को भी इस साल तैयार कर लिया जाएगा।
अंतराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में जीता पदक
शूटिंग प्रतियोगिताओं में शहर की दो शूटर्स ने अंतराष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिताओं में पदक जीते। श्रेया अग्रवाल और महिला अग्रवाल इसके पूर्व भी वे कई राष्ट्रीय और अंतराष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिताओं में शामिल हो चुकीं हैं।
फुटबॉल का शहर में क्रेज
शहर में फुटबॉल का काफी क्रेज है। शहर ने कई राष्ट्रीय और अंतराष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ी दिए। प्रतिवर्ष शहर में फुटबॉल की एक सैकड़ा से अधिक प्रतियोगिताएं आयोजित होती है। यह प्रतियोगिताएं रानीताल, शिवाजी स्टेडियम, साइंस कॉलेज मैदान, महाकौशल मैदान समेत अन्य मैदानों में आयोजित होती हैं।
खेल- खिलाड़ी
क्रिकेट- 10000
एथलेटिक- 8000
फुटबॉल- 3000
साइकिलिंग-250
शूटिंग- 800
वुशू- 600
हॉकी- 900
कुश्ती- 2300
तीरंदाजी- 300
(विभिन्न खेलों के जानकारों के अनुसार)
रनिंग ट्रैक की दरकार
कोच जीवनलाल रजक ने बताया कि एथलेक्टिस में शहर के काफी खिलाड़ी हैं। कई खिलाडिय़ों के राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिताओं में पहुंचने की सम्भावनाएं हैं, लेकिन शहर में एक भी ऐसा ट्रैक नहीं है, जो एथलिट्स के लिए हो। अधिकतर खिलाड़ी रानीताल या फिर राइट टाउन स्टेडियम में अभ्यास करने आते हैं, लेकिन राइट टाउन का ट्रैक भी लम्बे समय से खराब पड़ा है, कारण है ट्रैक पर बजरी का डलना। इससे खिलाड़ी चोटिल हो सकते हैं, वहीं उन्हें अन्य समस्याएं भी आ रही हैं।
इंडोर खेल- खिलाड़ी
तलवारबाजी- 150
जिन्मास्टिक- 100
वेट लिफ्टिंग- 900
बॉडी बिल्डिंग- 4000
बॉक्सिंग- 900
कराते- 1200
बैडमिंटन- 1800
टेबल टेनिस- 600
शतरंज:- 200
(विभिन्न खेलों के जानकारों के अनुसार)
वर्जन
अंतराष्ट्रीय फुटबॉल स्टेडियम शहर में बन सके, इसके लिए प्रयास किए जा रहे हैं। आने वाले कुछ दिनों में संबंधितो से बातचीत कर जल्द इसके निर्माण का प्रयास किया जाएगा।
विवेक तन्खा, राज्यसभा सांसद
कई शहरों में एकेडमी के साथ ट्रेनिंग सेंटर भी संचालित किए गए हैं। जहां प्रशिक्षण प्राप्त करने वाले अच्छे खिलाडिय़ों को एकेडमी तक में लाने का काम किया गया। यदि शहर में ऐसा होता है, तो और भी प्रतिभाएं निखरकर सामने आएंगीं।
रिचपाल सिंह सलारिया, कोच, मप्र आर्चरी एकेडमी

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