100 साल पुराना है स्मारक
केंट बोर्ड प्रशासन 30 लाख रुपए से सदर चौपाटी के पास करीब 100 साल पुराने युद्ध स्मारक का जीर्णोद्धार करा रहा है। अगस्त 2018 से अब तक छज्जा का ही काम हो सका है। विश्वयुद्ध के प्रतीक के चारों तरफ बनी रोटरी को क्षतिग्रस्त कर दिया गया है।
केंट बोर्ड प्रशासन 30 लाख रुपए से सदर चौपाटी के पास करीब 100 साल पुराने युद्ध स्मारक का जीर्णोद्धार करा रहा है। अगस्त 2018 से अब तक छज्जा का ही काम हो सका है। विश्वयुद्ध के प्रतीक के चारों तरफ बनी रोटरी को क्षतिग्रस्त कर दिया गया है।
लाखों सैनिक हुए थे शहीद
जुलाई 1914 से नवम्बर 1918 तक चले प्रथम विश्व युद्ध में 37 देशों ने भाग लिया था। इसमें करीब एक करोड़ तीस लाख सैनिक शहीद हुए थे। शहीदों में 47 हजार 700 जवान भारतीय थे। शहीद सैनिकों की स्मृति में वर्ष 1919-20 में युद्ध स्मारक का निर्माण किया गया था।
जुलाई 1914 से नवम्बर 1918 तक चले प्रथम विश्व युद्ध में 37 देशों ने भाग लिया था। इसमें करीब एक करोड़ तीस लाख सैनिक शहीद हुए थे। शहीदों में 47 हजार 700 जवान भारतीय थे। शहीद सैनिकों की स्मृति में वर्ष 1919-20 में युद्ध स्मारक का निर्माण किया गया था।
युद्ध स्मारक की डिजाइन इंजीनियरिंग सेक्शन ने तैयार की है। इसे नया स्वरूप दिया जा रहा है। मूल चीजों में बदलाव नहीं होगा। रोटरी की जाली खराब हो गई थी। इसकी जगह पर स्टील की रेलिंग लगाई जा रही है। इसके चारों तरफ पत्थर भी लगाए जाएंगे।
अभिषेक चौकसे, उपाध्यक्ष, केंट बोर्ड
अभिषेक चौकसे, उपाध्यक्ष, केंट बोर्ड