अधारताल के मोहरिया, पुनीत नगर सहित अन्य क्षेत्रों का विकास तो हो रहा है लेकिन पेयजल की पाइन लाइन नहीं बिछाई गई है। इससे यहां लोगों ने हैंडपम्प खुदवाए हैं लेकिन इन पम्पों के सूख जाने से लोगों को पानी का संकट झेलना पड़ रहा है। क्षेत्रीय लोग कहते हैं कि वैसे साल भर टैंकर से पानी की सप्लाई की जाती है लेकिन फिर भी मांग अधिक होने से हमेशा पानी की किल्लत बनी रहती है।
50 टैंकर प्रतिदिन अधारताल तिराहे के समीप वॉटर रिफिलिंग सेंटर में बातचीत के दौरान यह सामने आया कि प्रतिदिन इन क्षेत्रों में करीब 50 टैंकर पानी भेजे जाते हैं। यह टैंकर सुबह 7 बजे से लेकर रात करीब 12 बजे तक भेजे जा रहे हैं। पानी पहुंचाने के लिए पांच टैंकर हैं, जिसमें पानी भरते ही इन्हें इन क्षेत्रों में भेज दिया जाता है।
होता है टैंकर का इंतजार क्षेत्र में स्थिति यह बन गई है कि परिवार का एक सदस्य टैंकर का इंतजार करता रहता है। टैंकर आते ही पानी भरने वालों की भीड़ लग जाती है, जिससे यह टैंकर दस मिनट में ही खाली हो जाता है। क्षेत्रीय लोगों का कहना है कि कई जगहों पर तो पूरा परिवार पानी भरने लग जाता है, जिससे टैंकर जरा सी देर में खाली हो जाता है।
– पानी की सप्लाई टैंकरों से की जा रही है। इस क्षेत्र में पेयजल की लाइन बिछाना प्रस्तावित है। लाइन बिछने के बाद यह समस्या नहीं होगी। कमलेश श्रीवास्तव, प्रभारी, जल विभाग, नगर निगम