पहले स्लैब में ज्यादा संख्या
आयकर के अलग-अलग स्लैब में पहले स्लैब में करदाताओं की संख्या ज्यादा है। पांच लाख से ज्यादा की आय पर कर लगता है। आयकर सूत्रों के अनुसार इसी स्लैब में सबसे ज्यादा करदाता हैं। इनकी संख्या साढ़े चार लाख से ज्यादा है। बाकी स्लैब में कम संख्या में करदाता हैं। इस साल आयुक्त कार्यालय को करीब 32 सौ करोड़ का कर संग्रहण का लक्ष्य मिला है। इसकी वसूली भी करदाताओं से की जा रही है।
सात लाख से ज्यादा रिटर्न
रिटर्न जमा करने वालों की तादाद भी पिछले सालों के मुकाबले बढ़ी है। इस साल बिना ऑडिट वाली रिटर्न जमा करने की अंतिम तिथि को बढ़ाकर 31 दिसंबर किया गया था। ऐसे में काफी संख्या में लोगों ने इसे जमा किया है। रिटर्न जमा करने से होने वाले फायदों को लेकर भी इस तरफ रुझान बढ़ा है। आयकर विभाग के सूत्रों के अनुसार इस अवधि में प्रधान आयकर आयुक्त कार्यालय के जिलों में करीब सात लाख रिटर्न जमा की गईं। इसमें ज्यादातर कर चुकाने वाले हैं।