मदनमहल पहाड़ी की फैंसिंग फांद गए अतिक्रमणकारी
जबलपुरPublished: Dec 28, 2021 11:02:08 pm
अनदेखी : प्रशासन ने हटाए थे 2500 कब्जे, निगरानी के अभाव में फिर जमने लगे हैं ठिकानें
मदनमहल पहाड़ी की निगरानी के अभाव में फिर जमने लगे हैं ठिकानें
जबलपुर. मदनमहल पहाड़ी को संरक्षित करने के उद्देश्य से बनाई गई फैंसिंग फांदकर अतिक्रमणकारियों ने पहाड़ी की तलहटी से लेकर उपर तक ठिकानें बना लिए हैं, जबकि इन अतिक्रमणकारियों को प्रशासन ने हटाया था ताकि पहाड़ी सुरक्षित रहे। इन जगहों पर बिजली पानी होने की वजह से यहां ठिकानें बढ़ते जा रहे हैं। प्रशासनिक निगरानी के अभाव में इस जगह पर कलारी भी खोली गई है, जिससे यहां लोगों का सतत आना-जाना लगा रहता है और देर रात तक हो-हंगामें की स्थिति रहती है।
मदनमहल की पहाड़ी सालों से अतिक्रमणकारियों की चपेट में थी। इस जगह पर करीब 2500 अतिक्रमणकारी काबिज थे। मामल ेमें अदालत के निर्देश पर जिला प्रशासन और नगर निगम ने संयुक्त रूप से कार्रवाई करके अतिक्रमण कारियों को पहाड़ी से हटाया था। इसके एवज में प्रशासन ने उन्हें रहने के लिए मकान आदि दिए थे।
थाने के पीछे से शुरूआत
गढ़ा थाने के पीछे से अतिक्रमणकारियों के कब्जों की शुरूआत है। इस जगह पर फैंसिंग भी लगाई गई है, जहां फैंसिंग के अंदर सडक़ बना ली गई है और ये ठिकानें मदनमहल पहाड़ी की ओर फिर बढऩे लगे हैं। जानकारों का कहना है कि पहाड़ी पर उसी जगह पर ठिकानें बना लिए गए हैं, जहां से प्रशासन ने हटाया था।
किराए पर चल रहे मकान
जानकारों का कहना है कि यहां कुछ लोगों ने मकान बना लिए हैं, जिन्हें किराए पर दे दिया है। इन मकानों में मजदूर वर्ग, रिक्शा, ऑटो रिक्शा, बैंड वाले आदि निवास कर रहे हैं। इन ठिकानों में लग्घी फंसाकर बिजली पहुंचाई गई है।
पाइप लाइन तोडक़र पानी का इस्तेमाल
इन जगहों पर बिछाई गई पुरानी पाइप लाइनों को तोड़ दिया गया है, जिससे पानी का इस्तेमाल किया जा रहा है। इससे यहां आसपास की कॉलोनियों में जलसंकट पैदा हो गया है।
– पहाड़ी को अतिक्रमणमुक्त ही रखा जाएगा। यदि वहां कब्जे होने लगे हैं तो कार्रवाई की जाएगी।
अनूप श्रीवास्तव, तहसीलदार, गोरखपुर