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यहां ताल-तलैयों को लग गई भूमाफियाओं की नजर

locationजबलपुरPublished: Apr 22, 2019 01:39:57 am

Submitted by:

shyam bihari

यहां ताल-तलैयों को लग गई भूमाफियाओं की नजर

यहां ताल-तलैयों को लग गई भूमाफियाओं की नजर

talab

जबलपुर। लेक सिटी की पहचान जबलपुर खो रहा है। 52 ताल व 84 तलैया वाले शहर में तालाबों का अस्तित्व संकट में है। शेष 36 तालाबों को भू माफिया लील रहे हैं। ज्यादातर तालाब गटर में तब्दील हो गए हैं। भू जल विदें की जांच रिपोर्ट के अनुसार रानीताल, हनुमानताल, गोकलपुर तालाब व माढ़ोताल में प्रदूषण का स्तर इतना बढ़ गया है कि पानी में हाथ डालने पर भी बीमारी हो सकती है। इन्हें संरक्षित करने की दिशा में जनप्रतिनिधियों के प्रयास नगण्य हैं। चुनाव में ये बड़ा मुद्दा हो सकता है।

तालाबों में प्रदूषण की स्थिति
तालाबों में आदर्श जल के मानक-
-बैक्टीरिया- 0-50 प्रति 100 मिलीमीटर
– नाइट्रेट- 0 से 10 पीपीएम पार्ट पर मिलियन
– हार्डनेस- 9 से 10 पीपीएम
-कैल्शियम- 20 से 50 पीपीएम
– मैग्नीशियम- 5 से 10 पीपीएम
– सोडियम- 30 से 50 पीपीएम
– ऑक्सीजन- 5 से 8 पीपीएम
– बीओडी- 0 से 10 मिलीग्राम प्रति लीटर
पानी में बैक्टीरिया अधिक
तालाबों के जल में बैक्टीरिया की संख्या इतनी बढ़ गई है की पानी में हाथ डालने से भी त्वचा सम्बंधी बीमारी हो सकती हैं। नाइट्रेट, हार्डनेस, मैग्नीशियम, सोडियम बीओडी की मात्रा मानकों के मुकाबले बहुत ज्यादा हो गई है, जो नुकसानदायक है।
करने होंगे प्रयास
जानकारों का मानना है कि तालाबों के जल शुद्धिकरण के लिए उन्हें पहले पुनर्जीवित करना होगा। इसके लिए तालाबों में सीवरेज का पानी मिलने से रोकना होगा। इसके अलावा डीसिल्टिंग करने के साथ ही बीओडी का स्तर बेहतर करने के लिए फव्वारे स्थापित करने की आवश्यकता है। तभी आने वाले वर्षों में तालाबों का पानी उपयोग योग्य बनाया जा सकता है।
य़े है तालाबों में प्रदूषण की स्थिति
– गोकलपुर तालाब-
– 17 हजार बैक्टीरिया
– 13.5 नाइट्रेट
– 399 हार्डनेस
-585 कैल्शियम
-75 मैग्नीशियम
-121सोडियम
– 3.5 ऑक्सीजन
– 47.1 बीओडी
मौजूदा स्थिति-तालाब में चारों ओर लगातार कब्जा हो रहा है, तालाब की जमीन पर अवैध निर्माण जारी है।

हनुमानताल-
– 90 हजार बैक्टीरिया
– 20.1 नाइट्रेट
– 651 हार्डनेस
– 601 कैल्शियम
– 86 मैग्नीशियम
– 130 सोडियम
– 1.2 ऑक्सीजन
– 63.1बीओडी
मौजूदा स्थिति-चारों ओर से रहवासी क्षेत्रों की नाले-नालियों का पानी तालाब में आकर मिल रहा है। जिसके कारण पानी दूषित हो गया है।
माढ़ोताल
– 13 हजार बैक्टीरिया
– 16.9 नाइट्रेट
– 542 हार्डनेस
– 550 कैल्शियम
– 80 मैग्नीशियम
– 128 सोडियम
– 2.9 ऑक्सीजन
– 45 बीओडी
मौजूदा स्थिति
तालाब के बड़े हिस्से को पूरकर आइएसबीटी बनाया गया, शेष बचे हिस्से में कुछ जमीन निजी है। शासकीय हिस्से में भी नाले-नालियों का गंदा पानी मिल रहा है।
रानीताल
– एक लाख बैक्टीरिया
– 85 नाइट्रेट
– 690 हार्डनेस
– 509 कैल्शियम
– 89 मैग्नीशियम
– 171 सोडियम
– 1.0 ऑक्सीजन
– 90.1 बीओडी
मौजूदा स्थिति
तालाब के बड़े हिस्से को पूर कर खेल मैदान बना दिए गए। पचास एकड़ क्षेत्र में हजारों टन कचरा डंप है। जबकि शेष 25 एकड़ में बचा तालाब भी गटर बना हुआ है।
ये 36 तालाब हैं अस्तित्व में
तालाब- हेक्टेयर में एरिया- प्रबंधन
माढ़ोताल- माढ़ोताल-16.999- शासकीय(जेडीए)
अधारताल- 16.189- कृषि विभाग
कं चनपुर, भड़पुरा- 2.145- निजी
गोकलपुर,करौंदी- 122.492- शासकीय
खंदारी- 157.804- नगर निगम
हनुमानताल- 6.33- नगर निगम
रानीताल- 10.25- नगर निगम
गुलौआताल- 2.898- नगर निगम
शाहीताल, कछपुरा- 1.55- नगर निगम
महराजसागर,गढ़ा- 1.231- जेडीए
जिंधाई की तलैया,गढ़ा- 0.151- निजी
बघाताल, गढ़ा- 2.793- निजी
कोलाताल, गढ़ा- 1.086- जेडीए
मछहरी बिजोरी,गढ़ा- 1.193- निजी
फूलसागर तालाब,गढ़ा- 0.672- निजी
मडफ़ाई तालाब,पुरवा- 0.91- नगर निगम
सूरजताल,पुरवा- 5.504- नगर निगम
इमरती तालाब,पुरवा- 1.793- नगर निगम
बकसेरा तालाब,पुरवा- 2.939- नगर निगम
अवस्थीताल,पुरवा- 0.866- मेडिकल कॉलेज
बालसागर,पुरवा- 23.057- मेडिकल कॉलेज
गुल्लू की तलैया,पुरवा- 0.648- मेडिकल कॉलेज
संग्रामसागर,पुरवा- 15.855- शासकीय
सगड़ा तालाब- 1.574- निजी
रमनगरा- 8.31- शासकीय
ठाकुरताल, बदनपुर- 4.371- वन विभाग
देवताल- 1.534- जेडीए
सूपाताल- 9.58- नगर निगम
गंगासागर- 18.636- नगर निगम
गौरवताल, बदनपुर- 1.619- निजी
पांडुताल,रामपुर- 0.400- विद्युत विभाग
जलपरी,रामपुर- 0.350- विद्युत विभाग
ककराही तालाब,गोरखपुर- 2.855- निजी
महानद्दा तालाब- 5.86- निजी
खम्बताल, कें ट- 2.10- कें टोनमेंट बोर्ड
भीटा ताल- 4.035- निजी

शहर के तालाबों से सैंम्पलिंग कर पानी की जांच की गई तो मानकों के मुकाबले प्रदूषण का स्तर बहुत ज्यादा पाया गया। फिलहाल इन तालाबों का पानी उपयोग योग्य नहीं हैं। यहां तक कि हाथ पानी में डालने पर भी बीमारी हो सकती है।
– विनोद दुबे, भूजल विद्

– तालाबों के पानी को उपयोग योग्य बनाने के लिए पहले उनमें दूषित पानी मिलने से रोकना होगा। इसके बाद वर्षों से जमा शिल्ट व गंदगी को निकालने की आवश्यकता है। इसके बाद फव्वारे लगाकर बीओडी का स्तर दुरुस्त किया जा सकता है। ऐसा करके तालाबों का पानी घरेलू उपयोग के लायक बनाया जा सकता है।
एसके खरे, वैज्ञानिक, प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड

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