खरीदी केंद्र हरगढ़ पहुंचे किसान प्रमोद पटेल ने बताया कि वे 65 क्विंटल गेहूं लेकर सुबह छह बजे से लाइन में लगे हैं। टोकन नम्बर 115 मिला है। ऐसे में उनकी उपज की तौल शाम को पांच बजे के लगभग हो पाएगी। ग्राम डाबू से आए सुखचैन पटेल 80 क्विंटल उपज लेकर आए थे, लेकिन अभी तक उनका नंबर नहीं आया। इसी तरह चिलचिलाती धूप में लाइन में लगे सैकड़ों किसान अपनी उपज की कॉल का इंतजार कर रहे थे। बल्लियों में बंधी रस्सियों के बीच छह लाइनों में करीब 250 से अधिक ट्रैक्टर-ट्रॉलियां खड़ी थीं। दो सौ मीटर दूर बने इलेक्ट्रॉनिक कांटे में ट्रैक्टर के साथ उपज की तौल होने के बाद डम्पिंग प्वाइंट पर गेहूं गिराया जाता है। यहां करीब 50 से अधिक ट्रैक्टर-ट्रालियां पहले से लाइन में खड़ी थीं।
हरगढ़ साइलो बैग में करीब 12 समितियों के 25 खरीदी उप केंद्र बनाए गए। दो इलेक्ट्रॉनिक कांटों पर दो पारियों में होने वाली खरीदी में करीब 300 ट्रॉलियों की तौल हो पाती है। अगर कुछ किसान बच गए तो पांच के बाद उन्हें सात बजे तक अपनी पारी का इंतजार करना पड़ता है।