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खरीदी प्रक्रिया के इंतजार में हैरान-परेशान है किसान

locationजबलपुरPublished: Aug 02, 2021 07:06:48 pm

Submitted by:

shyam bihari

जबलपुर जिले में 15 फीसदी ही बेच पाए उपज, लम्बे समय से बंद है पोर्टल, शासन करवा रहा सत्यापन

moong

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यह है स्थिति
– 16 जुलाई से बंद मूंग और उड़द की खरीदी।
– 41 सौ किसान शामिल हुए उपार्जन प्रक्रिया में।
– 12 हजार मीट्रिक टन से ज्यादा मूंग की खरीदी।
– 15 सितम्बर तक जिले में खरीदी प्रक्रिया चलेगी।
– 19 केंद्रों में हो रही है खरीदी दोनों दलहनी उपज की।
जबलपुर। मूंग-उड़द और किसानों का पुन: सत्यापन तथा पोर्टल बंद होने के कारण जबलपुर जिले के किसान परेशान हैं। उनकी उपज घर या गोदाम में रखी है। हालत यह है जितने किसानों का पंजीयन हुआ था, उसमें तकरीबन 15 प्रतिशत की उपज समर्थन मूल्य पर खरीदी गई है। बाकी पोर्टल खुलने के इंतजार में हैं। जिले में अभी तक करीब 41 सौ किसानों से मंूग और उड़द की खरीदी की गई है। पंजीयन 30 हजार से ज्यादा किसानों का है। 16 जुलाई से ई-उपार्जन पोर्टल बंद कर दिया गया। अभी भी इसमें तकनीकी कारणों से सेवा बाधित होने का संदेश प्रदर्शित हो रहा है। खरीदी केंद्रों के प्रभारी भी किसानों को पोर्टल बंद होने का हवाला देते हैं। किसानों को उम्मीद थी कि पिछले सप्ताह पोर्टल खुल जाएगा लेकिन उनकी उम्मीद पूरी नहीं हुई।

शासन ने मूंग और उड़द की खरीदी की तिथि 15 सितम्बर तक तय कर रखी है। लेकिन, किसानों का मानना है कि उनकी उपज का समय पर विक्रय जरूरी है। कंतौरा गांव निवासी किसान राजेश साहू ने जनसुनवाई में शिकायत दी थी कि उनके पास न तो एसएमएस आ रहा है न ई-पोर्टल खुलने की कोई सूचना। भारत कृषक समाज के द्वारा भी मुख्यमंत्री को लिखे पत्र में मूंग और उड़द की खरीदी प्रक्रिया धीमी होने की बात कही गई थी। कृषि विभाग के उप संचालक डॉ. एसके निगम ने बताया कि तकनीकी कारणों से मूंग और उड़द के उपार्जन पोर्टल बंद है। यह जल्द शुरू होगा। उसी समय किसानों को एसएमएस भेजे जाएंगे। उपार्जन की तिथि 15 सितम्बर तक है। ऐसे में सभी पात्र किसानों से खरीदी की जाएगी।

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