जबलपुर

रसूखदार ने बना लिया खुद का बस स्टेण्ड, पुलिस, प्रशासन साबित हो रहा नाकाम

रोहाणी टे्रवल्स के सामने लगता है बसों का जमावड़ा

जबलपुरMar 05, 2020 / 08:06 pm

virendra rajak

रोजाना आने-जाने वाली बसें- लगभग 20
यहां खड़ी होती हैं बसें- रोहाणी ट्रेवल्स के सामने, रोहाणी ट्रेवल्स के बाजू में सडक़ पर
जबलपुर. तीन पत्ती चौक के पास पुराना बस स्टेंड था। वह आईएसबीटी चला गया, लेकिन यहां से बसों के संचालन का सिलसिला थमा नहीं है। रोहाणी ट्रेवल्स की बसों का संचालन अब भी यहां से बैखौफ किया जाता है। ट्रेवल्स में यात्रियों की टिकट कटती हैं और सामने से ही उन्हें बस में बैठाया जाता है। आश्चर्य है कि यह रसूख का अघोषित बस स्टैंड वर्षों से संचालित है, लेकिन चंद कदमों की दूरी पर स्थित बस स्टैंड चौकी पुलिस की नजर इस पर नहीं जाती।
शाम से देर रात तक जमावड़ा
अंधेरा होते ही तीन पत्ती चौक के पास बसों और यात्रियों का जमावड़ा लगना शुरू हो जाता है, जो देर रात तक जारी रहता है। रसूखदार बस ऑपरेटर्स की मनमानी का यह नमूना आरटीओ, पुलिस और जिला प्रशासन को बौना साबित कर रहा है। यहां से बसों का संचालन रोकने कई बार लगाम कसी गई, लेकिन सफलता नहीं मिली।
कई रूट की बसों का होता है संचालन
मनमानी के इस बस स्टैंड से नागपुर की अधिकतर बसों का संचालन होता है। यहीं ऑपरेटर और उनके कर्मी यात्रियों को टिकट देते हैं और यहीं से वे यात्री सवार होते हैं। रात में बसों का इंतजार करने वाले यात्री सडक़ पर लगी कुर्सियों में बैठ जाते हैं, वहीं बसें भी सडक़ पर ही खड़ी रहती हैं। इसके अलावा यहां से छिंदवाड़ा और सिवनी की बसें भी संचालित की जाती हैं।
चंद कदम दूर बस स्टेंड चौकी
उक्त अघोषित बस स्टैंड के चंद कदम दूर बस स्टेंड पुलिस चौकी और ट्रैफिक थाना है। दिन-रात यहां पुलिस अधिकारियों और जवानों की ओर से गश्त की जाती है, लेकिन न तो चौकी बसों पर कार्रवाई की हिम्मत कर पाती है और न ही ट्रैफिक पुलिस के अधिकारी और जवान।

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