जबलपुरPublished: Jul 07, 2020 08:58:02 pm
shyam bihari
जबकलपुर के सिहोरा और मझौली में आयरन ओर की चोरी का मामला
khadan
जबलपुर। सिहोरा और मझौली के अलावा जबलपुर जिले में उससे लगे इलाकों में आयरन ओर के खजाने के लूटने के लिए चोरी करने वाले सभी हथकंडे अपनाते हैं। उन्हें यह तक मालूम होता है कि किस जगह पर कौन सा खनिज मिलता है। इस काम में वे तमाम विभागों की मदद भी लेते हैं। सिहोरा तहसील के महगवां और मझौली तहसील में ग्राम चन्नोटा में यह बात साबित भी हुई। इस बीच दोनों खदानों में शुक्रवार को ही रोक लगा दी गई थी। पुलिस के द्वारा वहां पर नियमित गश्त भी की जा रही है। खनिज विभाग, राजस्व और पुलिस विभाग की टीम ने सिहोरा तहसील क्षेत्र में बेला महगवां और मझौली तहसील के अंतर्गत चन्नौटा गांव में आयरन ओर की अवैध खदान पर छापा मारा था। महगवां में चार हाइवा और एक जेसीबी को जब्त किया था। इस मामले में जसजीत सिंह वालिया का नाम आया है। उसकी सिहोरा के पास ही हरगढ़ औद्योगिक क्षेत्र में ब्रोकन हिल नाम की कंपनी है। उसकी गिदुरहा के पास स्वीकृत खदान भी है। लेकिन दो जगह अवैध खदान भी चल रही थी। इस बीच खनिज विभाग ने जो सेंपल क्षेत्रीय प्रयोगशाला में भेजे थे,उसकी रिपोर्ट अभी नही आई है, इसलिए जुर्माना भी तय नहीं हुआ।
मुरम के बाद महंगा आयरन ओर निकाला
अवैध उत्खननकर्ताओं के पास सारे संसाधन होते हैं। उन्हें पता है कि जमीन की गहराई में कहां खजाना छिपा है। इस काम में वह मशीनरी के साथ ही विभागों से भी चोरी छिपे मदद लेते हैं। खसरे-नक्शे से लेकर विशेषज्ञों तक को शामिल करते हैं ताकि भारी भरकम मशीनरी का उपयोग फिजूल नहीं जाए। हालांकि सवाल यहां भी है कि हर क्षेत्र में राजस्व विभाग का अमला रहता है, लेकिन इतनी गहरी खदान बनाए जाने के बाद भी उसे बिल्कुल पता नहीं चलता। रात-दिन चोरी होती है, ट्रकों से माल जाता है न उसकी खनिज विभाग जांच करता है न ही पुलिस कोई रोकटोक। इस बीच चन्नोटा के पास जिस जगह पर अवैध तरीके से आयरन ओर निकाला जा रहा था, उस जगह को फिलहाल वन विभाग अपनी नहीं मान रहा है। डीएफओ रविंद्रमणि त्रिपाठी ने बताया कि उनकी जानकारी में जब अवैध खनन का मामला आया तो रेंजर से उस जगह की जांच कराई। उसकी रिपोर्ट के अनुसार अवैध उत्खनन का क्षेत्र वनभूमि में नहीं है। हालांकि उनका कहना था कि रेंजर के अलावा संबंधित क्षेत्र के एसडीओ से भी जांच कराई जाएगी। खनिज अधिकारी एसएस बघेल ने बताया कि दोनों अवैध खदानों में उत्खनन पर उसी समय रोक लगा दी गई थी। महगवां से तो सारी मशीनें जब्त कर गोसलपुर थाने में खड़ी कराई गईं थी। इसी प्रकार पुलिस से भी संपर्क किया जा रहा है। जवानों के द्वारा पूरे समय खदानों के आसपास गश्ती की जा रही है।