गढ़ा थाने से लेकर मेडिकल के सामने तक पहाड़ी के कछार पर कब्जाधारियों के ठिकाने नजर आने लगे हैं। पहाड़ी पर मनमाने ढंग से कब्जाधारियों ने शेड और कबेलु डालकर मकान बना लिए हैं। ठिकानों तक पहुंचने के लिए पहाड़ी पर कच्चा रास्ता भी तैयार कर लिया है।
रात होते ही ठिकाने रोशन रात होते ही यहां ठिकानें रोशन हो जाते हैं। जानकार कहते हैं कि अतिक्रमण हटाने के बाद यहां बिजली लाइन नहीं हटाई गई है, जिससे कब्जाधारी लग्घी फंसाकर ठिकानों तक तार पहुंचे हैं, जिसमें जुगाड़ से बिजली चोरी की जा रही है।
ये है हालत प्रशासन की अतिक्रमण विरोधी मुहिम के दौरान यहां पड़ी पुरानी निर्माण सामग्री का इस्तेमाल किया जा रहा है। इसमें दीवार आदि तैयार करके उस पर शेड डाला जा रहा है। दीवार बनाने में पहाड़ी से निकलने वाली मुरम का इस्तेमाल किया जा रहा है। जानकार कहते हैं कि निर्माण कार्य में यहां छूटे नलों से आने वाले पानी का इस्तेमाल किया जा रहा है।
थाने के पीछे बसाहट गढ़ा थाने के पीछे पहाड़ी के संरक्षित क्षेत्र में बसाहट होने लगी है। यहां करीब 25 ठिकानें तैयार हो गए हैं, जिसमें पॉलीथिन आदि का शेड बनाकर लोग रहने लगे हैं।
मेडिकल के सामने मेडिकल के सामने पहाड़ी की हालत यह है कि यहां शेड डालकर बड़े ठिकानें तैयार कर लिए हैं, जिसमें कब्जाधारियों के लग्जरी वाहन भी पार्क किए जा रहे हैं। जिम्मेदार बोले
- मदनमहल की पहाड़ी पर हो रहे अतिक्रमण को रोका जाएगा। इसके लिए नगर निगम और जिला प्रशासन संयुक्त रूप से काम करेगा। अनूप श्रीवास्तव, तहसीलदार, गोरखपुर