घोटालेबाज अफसर किए गए सस्पेंड, हैरान कर देने वाला है इनका घोटाला
जबलपुरPublished: Dec 18, 2019 09:22:54 pm
सौभाग्य योजना में घोटाले का मामला,
Ventilator scam: BJP took action without warning, ban on purchase
जबलपुर, सौभाग्या योजना में घपला घोटाला कर मध्य प्रदेश पूर्व क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी को 11 करोड़ से भी अधिक का चूना लगाने वाले संचालन एवं संधारण वृत्त मंडला के अधीक्षण अभियंता टीके मिश्रा और संचालन एवं संधारण वृत्त डिंडौरी के अधीक्षण अभियंता अशोक निकोसे को बुधवार को निलंबित कर दिया गया। ऊर्जा मंत्री प्रियव्रत सिंह ने विधासभा में इसकी घोषणा की। मंत्री सिंह ने कहा कि इस कार्य में घोर अनियमितताएं हुई है। जिन उपकरणों का इस्तेमाल किया गया, वे घटिया स्तर के हैं। इसके चलते मिश्रा और निकोसे को निलंबित किया गया। उन्होंने बताया कि जांच अभी जारी है, जिसमें और भी तथ्य प्रकाश में आ सकते हैं। उन्होंने स्पष्ट शब्दों में कहा कि यदि आवश्यकता पड़ी, तो इस मामले की जांच पूरी होने के बाद पुलिस में एफआईआर भी कराई जाएगी।
मंत्री ने किया स्वीकार
मंत्री ने स्वीकार किया मण्डला जिले में अधोसंरचना विस्तार के कार्यों एवं जांच गए कनेक्शनों में करीब 6.29 करोड़ और डिण्डोरी वृत्त में 1.65 करोड़ की अनियमितताएं पाई गईं। मण्डला के 17 और डिण्डोरी जिले के 7 अधिकारियों को दोषी पाए जाने के कारण विभागीय कार्यवाही की जा रही है। विधायक ने ठेकेदार की मिली की बात कही। इस पर मंत्री ने ठेकदारे को ब्लेकलिस्ट किए जाने की एलान किया। स्पीकर एन प्रजापति ने निर्देश दिए कि यह करीब 100 करोड़ का घोटाला है। जिम्मेदारों के खिलाफ एफआईआर हो और उन्हें अनिवार्य सेवानिवृत्त किया जाए।
मंडला में 18 डिंडौरी में सात अधिकारी दोषी
मंत्री ने विधानसभा में जानकारी देते हुए बताया कि अब तक की जांच में मंडला में 18 अधिकारी और डिंडौरी में सात अधिकारी दोषी पाए जा चुके हैं। जिनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। विधानसभा में कहा गया कि मध्य प्रदेश पावर मैनेजमेंट कंपनी के एमडी को पत्र लिखकर जांच के निर्देश दिए जाएंगें। यह जांच दल एक माह में जांच पूरी कर रिपोर्ट देगा।
50 करोड़ से भी ज्यादा का घोटाला
बिछिया विधायक नारायण सिंह पट्टा ने प्रश्न के जरिए कहा कि सौभाग्य योजना में दस करोड़ नहीं बल्की पचास करोड़ से भी अधिक का घपला घोटाला हुआ है। उनकी शिकायत पर जांच भी की गई जिसमें गड़बड़ी सामने आई। उन्होंने बताया कि मंडला में ऐसे सैकड़ो गांव के मजरे टोले हैं, जिन्हें सौभाग्य में विद्युतीकृत तो रिकॉर्ड कर दिया गया, लेकिन उनमें अब भी विद्युत नहीं है।
सिंगरौली में भी 200 करोड़ का घोटाला
विधायक विनय सक्सेना ने कहा कि सिंगरौली में भी दो सौ करोड़ा रुपए से अधिक का घोटाला हुआ है। इसी घोटाले की जांच में सिंगरौली में सौभाग्य योजना के तहत हुए घोटाले की जांच भी जोड़ी जाए। गोटेगांव विधायक जालम सिंह ने भी कहा कि नरसिंहपुर में भी ठेकेदार सौभाग्य योजना के अधूरे काम छोडकऱ चले गए।