ये हैं मामले न्यू रामनगर में रात होते ही अंधेरा छा रहा है, यहां स्ट्रीट लाइट जलती ही नहीं है। धनवंतरिनगर के कॉलोनी क्षेत्र में स्ट्रीट लाइट के जलने का कोई समय ही नहीं है।
शास्त्रीनगर में एलईडी लाइट लगने के बाद वे अचानक बंद हो रही हैं। शांतिनगर, शिवनगर रोड पर इक्का-दुक्का लाइटें जल रही हैं, शेष बंद रहती हैं। विजयनगर क्षेत्र में आए दिन दिन में मुख्य रोड की स्ट्रीट लाइट जलती रहती है।
राइट टाउन के गेट नम्बर चार पर स्ट्रीट लाइटें जल ही नहीं रही हैं। ग्वारीघाट के झंडा चौक से भीमनगर के बीच आए दिन स्ट्रीट लाइट बंद हो रही है। जबलपुर. शहर के अधारताल, मेडिकल, दमोहनाका, एमआर-4, ग्वारीघाट, राइट टाउन आदि के रहवासी क्षेत्रों में रात होते ही बिजली व्यवस्थाएं चौपट हो रही हैं। इन जगहों पर स्ट्रीट लाइटें जलने और बुझने का कोई समय नहीं है। कई जगहों पर तो यह स्थिति है कि यहां रात में लाइटें जलती ही नहीं है, जिससे रहवासी कॉलोनियों का ट्रैफिक प्रभावित हो रहा है। इन जगहों पर जर्जर सडक़ पर दुर्घटना का अंदेशा बना रहता है।
लाइट बदलने के बाद समस्या- इन क्षेत्रों के लोगों का कहना है कि स्ट्रीट लाइटों को बदला गया है। इसमें सोडियम बल्ब निकालकर उसकी जगह एलइडी स्ट्रीट लाइटों का नया सेटअप लगाया गया है। इसमें यह हो रहा है कि नई एलइडी लाइटें कभी भी बंद हो रही हैं।
स्मार्ट सिटी बदल रहा सेटअप-शहर के बिजली पोलों पर लगी लाइटों को स्मार्ट सिटी के जरिए बदला जा रहा है। इसमें पुरानी लाइटें निकाली जा रही हैं और उसकी जगह एलइडी स्ट्रीट लाइट का नया सेटअप लगाया जा रहा है।
नए वार्डों में सबसे ज्यादा परेशानी-क्षेत्रीय लोगों का कहना है कि नए वार्डों में रात के समय लाइटें बंद रहने की सबसे ज्यादा समस्या है। शिकायत करने के बाद भी इसे दुरूस्त करने कोई नहीं आता है।
– शहर में स्ट्रीट लाइटें बदलने के साथ उसकी मरम्मत भी की जा रही है। इसके लिए एजेन्सी को कार्य दिया गया है। सम्भव अयाची, प्रभारी, स्मार्ट सिटी (प्रकाश विभाग) – नगर निगम की पुरानी लाइटों का देखरेख किया जा रहा है। इसमें फाल्ट रहने पर कई बार दिन में लाइन चालू करनी पड़ती है।
नवीन लिनोरे, प्रभारी, नगर निगम (प्रकाश विभाग)