इनका कहना है ओमती और मोती नदी को नालों में तब्दील कर दिया गया है। पिछले कुछ वर्षों में उनका स्वरूप और समेट दिया गया है। परियट और गौर नदी की स्थिति भी लगातार दयनीय हो रही है। जागरुकता से ही जलस्रोत स्वच्छ रह सकते हैं।प्रो एचबी पालन, पर्यावरणविद्
लॉकडाउन के दौरान नदियों का जो स्वरूप है उसे यथावत रखना हम सभी की जिम्मेदारी है। तटों पर साबुन से स्नान व ऐसी गतिविधियों पर सख्ती से रोक लगे।
ऋषि सागर, जल मित्र
लॉकडाउन के दौरान नदियों का जो स्वरूप है उसे यथावत रखना हम सभी की जिम्मेदारी है। तटों पर साबुन से स्नान व ऐसी गतिविधियों पर सख्ती से रोक लगे।
ऋषि सागर, जल मित्र
पुण्य सलिला मां नर्मदा सभी की आस्था का केंद्र हैं। नर्मदा में स्नान, पूजन-अर्चन के दौरान यह ध्यान रखा जाना चाहिए कि जीवनदायिनी का आंचल गंदा नहीं हो। अभिषेक मिश्रा, जल मित्र