टीआइ संजीवनी नगर ने बताया कि कुसमी सीधी निवासी कृष्ण कुमार गोस्वामी ने मामले की शिकायत दी थी। बताया था कि गांव के पास रहने वाली वंदना सिंह ने उसकी संजय गुप्ता नाम के व्यक्ति से पहचान कराई थी। 21 दिसम्बर को संजय गुप्ता ने उसे जबलपुर में धनवंतरी नगर बुलाया। वह अपने चचेरे भाई महेन्द्र कुमार गोस्वामी के साथ संजय गुप्ता के धनवंतरीनगर स्थित कार्यालय पहुंचा। जहां संजय गुप्ता, इरफान और पवन पटेल मिले। तीनों ने बताया कि नौकरी लगवाने के साथ दो हजार रुपए अलग से रहने-खाने का भत्ता भी मिलेगा। इसके लिए 46 हजार रुपए जमा करना होगा।
कर्ज लेकर दिए थे पैसे
कृष्ण कुमार ने घर जाकर कर्ज पर पैसा लेकर संजय गुप्ता को 46 हजार रुपए दिए। उसकी पांच दिन की ट्रेनिंग भी करायी गई। जहां उसे ठगे जाने का संदेह हुआ, तो उसने पैसे वापस मांगे। इस पर तीनों आरोपियों ने उसके साथ मारपीट की और धमकी देकर पैसा लौटाने का एक वीडियो भी बना लिया। जांच के बाद पुलिस ने तीनों आरोपियों के खिलाफ धोखाधड़ी, मारपीट व धमकी देने का मामला दर्ज किया था। पुलिस ने सीधी निवासी संजय गुप्ता, पन्ना निवासी पवन पटेल और पंजाब निवासी इरफान खान को गिरफ्तार कर लिया। तीनों यश हाइट्स बिल्डिंग साई कॉलोनी धनवंतरी नगर में रह रहे थे।
उधर, हत्थे चढ़े दो वाहन चोरों के खुलासे से दंग रह गयी पुलिस
क्राइम ब्रांच और गोहलपुर की टीम ने बुधवार रात संयुक्त रूप से वाहन चैकिंग में मिली चोरी की एक्टिवा के साथ पकड़े गए आरोपी से पूछताछ कर शहर के अलग-अलग क्षेत्रों से चोरी गए 11 दोपहिया वाहन जब्त किए। पुलिस ने उसके एक और साथी को गिरफ्तार कर लिया है। जबकि एक फरार है। गुरुवार को प्रकरण का खुलासा एसपी अमित सिंह ने कंट्रोल रूम में किया।
खेत में बने घर से 10 बाइक जब्त
एसपी ने बताया कि गिरफ्त में आए दोनों आरोपी शास्त्रीनगर क्रेशर बस्ती निवासी दीपक राठौर और न्यू कॉलोनी चेरीताल निवासी आदित्य चंसोरिया हैं। जबकि, उनका फरार साथी एमएलबी स्कूल के पास रहने वाला अजीत पटेल है। एक्टिवा से सबसे पहले दीपक पकड़ा गया था। पूछताछ में बताया कि उसने अजीत और आदित्य के साथ मिलकर विजय नगर, माढ़ोताल, लार्डगंज, गोहलपुर और कोतवाली, संजीवनी नगर, मदनमहल, गोरखपुर से कुल 11 दो पहिया वाहन चुराए हैं। पुलिस ने अजीत पटेल के बरगी स्थित खेत में बने घर से 10 बाइक जब्त कीं। एसपी ने खुलासा करने वाली टीम को पुरस्कृत करने की घोषणा की है।