जबलपुरPublished: May 09, 2019 11:26:16 pm
santosh singh
जबलपुर के अधारताल थाने में आया दिलचस्प प्रकरण, 2013 में मृत हो गए व्यक्ति के नाम पर 2016 में बैंक ने पास कर दिया चार लाख का लोन
मृत हो गए व्यक्ति के नाम पर 2016 में बैंक ने पास कर दिया चार लाख का लोन
जबलपुर. भू-स्वामी की मौत के तीन वर्ष बाद जालसाजों ने जमीन के फर्जी दस्तावेज तैयार कर बैंक से चार लाख रुपए का केसीसी लोन ले लिया। इसका खुलासा तब लगा, जब भू-स्वामी का पोता फौती चढ़वाने व खसरे की नकल लेने पनागर तहसील गया। पीडि़त ने अधारताल थाने में दंपती सहित दो जमानतदारों के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज कर जांच में लिया है।
खसरे की नकल लेने तहसील गया तो जानकारी लगी
पुलिस के अनुसार रिछाई रांझी निवासी गौरव प्रसाद तिवारी ने बताया कि उसके दादाजी गौरीशंकर तिवारी के नाम पर बघेली में 2.760 हेक्टेयर कृषि भूमि है। उसके दादा की 27 मई 2013 को निधन हो गया। जमीन की बुआइ उसके पिता और चाचा नारायण प्रसाद करते हैं। जुलाई में फौती चढ़वाने व खसरे की नकर लेने पनागर तहसील गया था। वहां पता चला कि उसके दादाजी के नाम पर दर्ज जमीन पर आइसीआइसी बैंक अधारताल द्वारा 4,08,100 रुपए का केसीसी लोन स्वीकृत किया गया है।
बैंक के दस्तावेज में जालसाजों के नाम मिले-
वह बैंक जाकर पता किया तो उसे ब्लूम चौक भेजा गया। वहां केसीसी बनाने वाले मैनेजर से मिला। दस्तावेजों की छाया प्रति ली। इसमें केसीसी लोन लेने वाले सुमन नगर रिछाई निवासी गौरीशंकर यादव, उनकी पत्नी रेखा यादव, जमानतदार के दौरान अधारताल निवासी राजकुमार यादव और रिछाई निवासी विजय मिश्रा के नाम व हस्ताक्षर थे।
हमनाम होने का उठाया फायदा
जालसाजों ने हमनाम होने का फायदा उठाया। गौरीशंकर तिवारी के नाम की भूमि पर गौरीशंकर यादव बनकर आसानी से दस्तावेज तैयार करा लिए। उसने फर्जी दस्तावेजों की मदद से बैंक से केसीसी लोन लिया। पुलिस ने चारों के खिलाफ 420,467,468,471,120 बी,34 भादवि का अपराध दर्ज कर जांच में लिया है।
शहर में सक्रिय है गिरोह-
इस तरह का खेल शहर में कई बैंकों में चल रहा है। केंट स्थित एसबीआइ बैंक से इसी तरह जालसाजों ने जमीन बंधक रखकर लोन ले लिया। इस प्रकरण में भी आरोपियों ने मृतक के नाम पर लोन लिया था। अधारताल, गोहलपुर, भेड़ाघाट, विजय नगर में फर्जी दस्तावेज के आधार पर लोन लेने का प्रकरण पूर्व में सामने आ चुका है।