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जबलपुर

पति-पत्नी के रिश्ते में वो बन रहे विलेन

महिला परिवार परामर्श केंद्र में आने वाले अधिकतर मामलों में छोटी-छोटी बातों से बढ़ रही गलतफहमी

जबलपुरJun 17, 2018 / 01:16 am

sudarshan ahirwa

they are become villainIn in relationship of husband and wife

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जबलपुर. पति-पत्नी के दरकते रिश्तों में वो (कभी सास-ससुर तो कभी माता-पिता) विलेन के रूप में सामने आ रहे हैं। कभी पत्नी को पति का पहनावा पसंद नहीं आता तो कभी पति की कम कमाई रिश्तों में कड़वाहट घोल रही है। नशे में पत्नी से मारपीट के साथ ‘वोÓ के रूप में शक की गुंजाइश भी रिश्तों में दूरी बढ़ा रही है। महिला परिवार परामर्श केंद्र में आने वाले अधिकतर प्रकरणों में एेसी ही छोटी-छोटी बातें पति-पत्नी के बीच अलगाव का कारण बन रही हैं।

महिला परिवार परामर्श केंद्र के काउंसिलिंग प्रभारी अंशुमान शुक्ला ने बताया, जनवरी से अब तक ९०० प्रकरण दर्ज किए गए हैं। पति-पत्नी के बीच छोटी-छोटी बातों पर कलह शुरू होती है। फिर माता-पिता, सास-ससुर और दूसरे लोगों का हस्तक्षेप मामले को और बिगाड़ देता है। काउंसिलिंग में आने वाले प्रकरणों में देखा जाता है कि समझौते की गुंजाइश कितनी है। कई मामलों में पति या पत्नी पहले से अलग होने का निर्णय कर लेते हैं। एेसे प्रकरणों को न्यायालय में भेज दिया जाता है।
केस-एक
बेलखेड़ा थाना क्षेत्र निवासी युवती की शादी संजीवनी नगर मे हुई है। उसका पति प्राइवेट नौकरी करता है। पत्नी को मायके में बेटा हुआ। छुट्टी नहीं मिलने से पति बेटे को देखने ससुराल नहीं पहुंचा। इससे रिश्तों में ऐसी कड़वाहट आई कि मामला महिला परिवार परामर्श केंद्र पहुंच गया। काउंसिलिंग में पिता ने हस्तक्षेप का प्रयास किया। काउंसलर ने पति-पत्नी को थोड़ी देर के लिए अलग किया तो बात बन गई। दोनों खुशी-खुशी अपने घर रवाना हुए।
केस-दो
ग्वारीघाट निवासी युवक की शादी पांच साल पहले घमापुर निवासी युवती से से हुआ है। महिला छह महीने से मायके में है। उसकी शिकायत है- ‘पति शराब पीता है। पूरी कमाई मां को दे देता है। उसके लिए एक जेवर तक नहीं बनवाया।Ó महिला की मां व पिता ने काउंसिलिंग के दौरान शर्त रखी कि दामाद शराब छोड़ दे और पूरी कमाई बेटी के हाथ में दे। इस पर बात बनने के बजाय और बिगड़ गई। जबकि पत्नी सिर्फ पति के शराब छोड़ देने पर साथ रहने को तैयार थी। दोनों की काउंसिलिंग जारी है।
केस-तीन
सिहोरा निवासी युवती पीएचडी है। पति कम पढ़ा-लिखा है। पत्नी को पति का लो प्रोफाइल पंसद नहीं है। कई बार उसने अपनी सहेलियों के सामने पति का मजाक उड़ाया। दोनों के रिश्तों में इतनी कड़वाहट आ गई कि पत्नी शहर में अलग से कमरा लेकर रहने लगी। उसने परिवार परामर्श केंद्र में काउंसिलिंग के साथ ही कोर्ट में भी खाना-खर्चा का केस लगा दिया। जबकि पति उसे अब भी साथ रखने को तैयार है।
ये है स्थिति
अब तक पहुंचे कुल प्रकरण….९००
समझौता हुआ…….३६५
न्यायालय में गए…… २१५
एफआईआर दर्ज हुई….४२

समस्याएं और शिकायतें
आत्महत्या की धमकी…….१५६
पति का बाहर नौकरी करना…..९०
संयुक्त परिवार की समस्या……. १०५
परिजनों का अनावश्यक हस्तक्षेप…….२०४
पति के नशे की लत …….११५
पत्नी के चरित्र पर संदेह……..९५
परिवार की आर्थिक समस्याएं……..२०४
पति की बेरोजगारी……११५
पत्नी के साथ मारपीट…….११०
मोबाइल पर व्यस्तता………३५
पति-पत्नी के बीच का अंहकार……१७५
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