जबलपुर। दीनदयाल चौक के पास स्थित अंतरराज्यीय बस टर्मिनस (आईएसबीटी) खुद की बिजली से रोशन होने लगा है। यहां बसों के संचालन के साथ ही बिजली का उत्पादन हो रहा है। प्रतिदिन करीब ८० किलोवाट बिजली का उत्पादन हो रहा है। यह संभवत: प्रदेश का पहला बस स्टैंड है जहां पर बसों के संचालन के अलावा बिजली तैयार करने का काम किया जा रहा है। आईएसबीटी से प्रतिदिन करीब एक हजार बसों के संचालन के साथ ही इतनी बिजली तैयार की जा रही है कि टर्मिनस को करंट की पूर्ति के साथ ही ये ई-रिक्शा में भी जान फूंक रहे है। बस स्टैंड में तैयार बिजली से ई-रिक्शा चार्ज भी हो रहे है।
बिजली इतनी कि बना दिए चार्जिंग प्वाइंट आईएसबीटी में रोजाना साढ़े तीन सौ से चार सौ यूनिट बिजली तैयार की जा रही है। ई-रिक्शा की सुविधा के लिए आईएसबीटी में ई-रिक्शा चार्जिंग प्वाइंट बनाए गए है। इनके जरिए इस बिजली का इस्तेमाल ई-रिक्शा चार्जिंग में हो रहा है। इसके साथ ही आईएसबीटी में अन्य यात्री सुविधाओं व विद्युत पोल की लाइट को जगमग करने में यह सोलर एनर्जी इस्तेमाल हो रही है।
टर्मिनस की छत पर पूरी व्यवस्था जबलपुर सिटी ट्रांसपोर्ट सर्विस लिमिटेड ने टर्मिनस की छत पर बिजली तैयार करने के
यंत्र लगाने के लिए जगह दी है। ये प्लांट जबलपुर स्मार्ट सिटी लिमिटेड ने स्थापित किया है। इस सोलर प्लांट की क्षमता ८० केवीए है। इसके लिए स्मार्ट सिटी लिमिटेड ने मप्र ऊर्जा विकास निगम को एजेंसी बनाया है, जो सोलर प्लांट लगाने का काम करा रहा है। आईएसबीटी में स्थापित किए गए सोलर प्लांट से उत्पादन शुरू हो गया है। आईएसबीटी के साथ ही कुल नौ जगह सोलर प्लांट बनाए जा रहे हैं। इनमें सोलर पैनल लगाने का काम लगभग पूरा कर लिया गया है। इन सभी की बिजली का इस्तेमाल ई-रिक्शा चार्जिंग में भी किया जाएगा।
रमनगरा, ललपुर में भी प्लांट जबलपुर स्मार्ट सिटी लिमिटेड रमनगरा के साथ ही ललपुर, रांझी जलशोधन संयंत्र में भी सोलर प्लांट बना रहा है। करोड़ों की लागत से बन रहे इन सोलर प्लांट का काम तेजी से कराया जा रहा है। इनके पूरा होते ही निगम के बिजली खर्च में काफी कटौती होने लगेगी। रमनगरा में 533 किलोवाट, ललपुर में 83 किलोवाट तथा रांझी में 122 किलोवाट क्षमता के प्लांट लगाए जा रहे हैं। डुमना और कठौंदा में भी 1 से 5 मेगावाट क्षमता के सोलर प्लांट लगाने की योजना तैयार की गई है।
सोलर एनर्जी के प्वाइंट जेएसटीएसएल के सीईओ सचिन विश्वकर्मा के अनुसार आईएसबीटी में 80 किलोवाट क्षमता का सोलर प्लांट लगाया गया है, इससे बिजली बनना शुरू हो गई है। यहां ई-रिक्शा चार्जिंग प्वाइंट को सोलर एनर्जी दी जा रही है। आठ अन्य जगह भी ई-रिक्शा चार्जिंग प्वाइंट के लिए सोलर प्लांट का काम तेजी से चल रहा है।