600 से अधिक इकाईयां
रोजगार देने के मामले में जबलपुर हमेशा आगे रहा है। आयुध निर्माणियां, सेना की इकाइयां, विशेष सशस्त्र बल, पश्चिम मध्य रेलवे और टेलीकॉम फैक्ट्री जैसे सरकारी संस्थानों के अलावा निजी क्षेत्र में भी 600 से अधिक छोटी और बड़ी इकाइयां स्थापित हैं। लेकिन वर्तमान समय में स्थितियां बदली हैं। ज्यादातर संस्थानों में पहले की अपेक्षा भर्तियां नहीं होती हैं। इसलिए इंजीनियरिंग, सीए, एमबीबीएस, पॉलिटेक्निक और आईटीआई जैसे तकनीकी पाठ्यक्रमों को पूरा करने वाले युवाओं को उद्योगों में समृद्ध प्रदेशों का मूंह देखना पड़ता है। मगर अब स्थिति में कुछ सुधार हो सकता है।
रेडीमेड गारमेंट काम्प्लेक्स
गोहलपुर लेमा गार्डन में 7 एकड़ से ज्यादा क्षेत्रफल में बने रेडीमेड गारमेंट में 200 यूनिट काम करेंगी। गारमेंट कारोबार से जुड़े तरुण सिंघई ने बताया कि गारमेंट क्षेत्र रोजगार सृजन का बड़ा जरिया बनेगा। जब नई इकाइयां शुरू होंगी तो उसमें प्रत्येक में 10 से 15 लोगों को प्रत्यक्ष और 40 से 50 लोगों को अप्रत्यक्ष रोजगार मिल सकेगा। यानी अकेले रेडीमेड गारमेंट काम्प्लेक्स में 12 से 15 हजार लोगों की बेरोजगारी दूर हो सकेगी। इसी तरह कॉमन फैसिलिटी सेंटर और वाशिंग व डाइंग प्लांट में अलग रोजगार मिलेगा।
उमरिया-डुंगरिया फेज-2
चरगवां रोड पर बने औद्योगिक क्षेत्र उमरिया-डुंगरिया में उद्योगपतियों को भूमि का आवंटन आने वाले कुछ दिनों में शुरू हो जाएगा। मप्र औद्योगिक केन्द्र विकास निगम जबलपुर ने 70 एकड़ क्षेत्रफल को मल्टी प्रोडक्ट इंडस्ट्री के लिए फेज-2 को उद्योगों के लिए विकसित किया है। इतनी जगह में 40 से 50 इंडस्ट्री की स्थापना का अनुमान लगाया जा रहा है। शुरूआत में यदि 15 से 20 इंडस्ट्री भी शुरू होती हैं तो यहां भी 15 सौ लोगों को रोजगार मुहैया हो सकता है। जबकि फेज-1 में भी आधा दर्जन से ज्यादा इकाइयां इस साल उत्पादन शुरू कर सकती हैं।
बरगी हिल्स आईटी पार्क
बरगी हिल्स में निर्माणाधीन आईटी पार्क एवं इलेक्ट्रॉनिक मैन्युफैक्चरिंग क्लस्टर में मार्च तक पांच इकाइयों को शुरू करने का लक्ष्य मप्र राज्य इलेक्ट्रॉनिक डेवलपमेंट कारपोरेशन ने रख है। वहीं साल के अंत तक इतनी ही इकाइयां यहां उत्पादन शुरू करेंगी। पहले दौर में सोलर पैनल, डिजीटल मीटर और डिस्प्ले बोर्ड के अलावा अन्य प्रकार के उत्पाद बनेंगे। जानकारों का कहना है कि प्रत्येक यूनिट में प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से 100 से ज्यादा तकनीकी शिक्षा में पारंगत युवाओं को रोजगार मिलेगा। यानी 500 लोग रोजगार से जुड़ सकेंगे।
शीघ्र होगा आवंटन
उमरिया-डुंगरिया में फेज-2 औद्योगिक क्षेत्र के लिए भूमि का आवंटन शीघ्र शुरू होगा। इसका प्रस्ताव शासन को भेज दिया गया है। यहां लगने वाली इंडस्ट्री में रोजगार का सृजन होगा।
सीएस धुर्वे, एमडी एमपी एकेवीएन जबलपुर
नए लोगों का रोजगार
मौजूदा समय में रेडीमेड गारमेंट इंडस्ट्री से 10 हजार से ज्यादा लोगों को काम मिला हुआ है। इस साल रेडीमेड गारमेंट काम्प्लेक्स भी शुरू हो रहा है। यह कारोबार का विस्तार है तो नए लोगों काम मिलना निश्चित है।
श्रेयांस जैन, एमडी, जबलपुर गारमेंट एंड फेशन डिजाइन क्लस्टर एसो.
मकसद ही रोजगार
पांच इकाइयां मार्च तक शुरू होनी है। उद्यमियों के द्वारा इसकी तैयारियंा की जा रही हैं। इसमें शहर और प्रदेश के युवाओं को रोजगार मिलेगा। आईटी पार्क की स्थापना का मकसद भी उद्योग स्थापना और रोजगार है।
पीके दीक्षित, प्रोजेक्ट इंचार्ज आईटी पार्क जबलपुर