इसलिए है महत्वपूर्ण
रेल, सड़क और हवाई मार्ग से जबलपुर होकर कान्हा, बांधवगढ़ नेशनल पार्क के पर्यटक आते-जाते हैं। इसलिए जबलपुर में टाइगर सफारी को महत्वपूर्ण माना जा रहा है।
40 हेक्टेयर में होगा निर्माण
डुमना नेचर रिजर्व में 40 हेक्टेयर में टाइगर सफारी का निर्माण प्रस्तावित है। वाइट टाइगर सफारी मुकुंदपुर के कंसल्टेंट मुकेश दुबे सहित अन्य विशेषज्ञों ने स्थल का निरीक्षण किया है। रिटायर्ड वन अधिकारी आरपी सिंह से भी परामर्श लिया जा रहा है। राज्य वन अनुसंधान संस्थान ने वन्य प्राणी, वृक्ष, घास व पक्षियों की प्रजातियों की रिपोर्ट के साथ एयर पॉल्यूशन की रिपोर्ट सौंप दी है।
10 करोड़ का प्रावधान
वित्तमंत्री तरुण भनोत ने वर्ष 2019-20 में टाइगर सफारी के लिए 10 करोड़ रुपए का प्रावधान कराया था। अनुमति नहीं मिलने से कार्य प्रारम्भ नहीं हो सका। शहर में वन्य प्राणियों की बहुलता के कारण रेस्क्यू सेंटर बनाने की भी योजना है।
टाइगर सफारी के लिए आईआईटी इंदौर के इंजीनियर्स की टीम जबलपुर आने वाली है। एयर इम्पैक्ट सर्वे के बाद सेंट्रल जू अथॉरिटी ऑफ इंडिया को प्रस्ताव भेजा जाएगा।
रोहित सिंह कौशल, अपर आयुक्त, नगर निगम