फैक्ट फाइल
– 1996-97 में शुरू हुई थी परियोजना
– 511 करोड रुपए थी तत्कालीन लागत
– 1750 करोड़ रुपए पहुंची वर्तमान लागत
– 278 किमी की है परियोजना
– 01 रिवर ब्रिज नर्मदा पर (सबसे बड़ा ब्रिज)
– 400 छोटे पुल-पुलिया
– 130 किलोमीटर जबलपुर से नैनपुर तक निर्माण पूर्ण।
नैनपुर-समनापुर के बीच काम शुरू
जानकारी के अनुसार नैनपुर से समनापुर तक 60 किमी का ट्रैक पहाड़ी व पत्थरों वाला है। यहां रेलवे और ठेकेदार को ट्रैक बिछाने के लिए मशक्कत करनी पड़ेगी। टै्रक पर छोटे पुल-पुलियों का निर्माण शुरू हो गया है। यहां 30 छोटे पुल-पुलियों का निर्माण होना है। इनमें कई नाले नालियों, नहरों के और कई जानवरों के रेल ट्रैक पार करने के लिए बनाए जाएंगें। इसके बाद यहां मिट्टी डालकर ट्रैक लिंक किया जाएगा। जानकारों के अनुसार इस काम को पूरा होने में पांच से सात माह और लगेंगे।
300 किमी कम हो जाएगी दूरी
रेलवे ने गोंदिया जबलपुर के बीच अधूरे ब्रॉडगेज निर्माण कार्य को वर्ष 2018 के अंत तक पूरा करने का लक्ष्य निर्धारित किया है। इसके बाद नैनपुर-मंडला और नैनपुर, सिवनी, छिंदवाड़ा, नागपुर ब्रॉडगेज परियोजना पर काम करने की योजना है। जानकारों के अनुसार गोंदिया, नैनपुर, जबलपुर ब्रॉडगेज परियोजना पूरी होने से उत्तर भारत और दक्षिण भारत के शहरों के बीच आवाजाही आसान हो जाएगी। नए रूट से ट्रेनों के संचालन पर उत्तर और दक्षिण भारत की दूरी करीब 300 किमी कम हो जाएगी।