इस तरह तैयार करते हैं क्लोन
एमसीआर (मैग्नेटिक कार्ड रीडर) साफ्टवेयर की मदद से ये अपराधी ग्राहक का एटीएम संख्या और पिन नम्बर डालते हैं। इसके बाद डुप्लीकेट एटीएम तैयार करने के लिए डायनमिक डाटा कोड डालना पड़ता है।
ऐसे बचें
– सुनसान स्थान वाले एटीएम से बचें।
– एटीएम का प्रयोग करते समय ध्यान रखें कि कक्ष में कोई और न हो।
– कार्ड स्वाइप करते समय यदि कुछ असुविधा हो, तो सावधान हो जायं।
– पिन नम्बर हथेली से छिपाकर अंकित करें।
– कक्ष में कोई न हो, तब भी ऐसा ही करें।
– पिन नम्बर हर एक-दो महीने में चेंज करते रहें।
– कार्ड किसी भी हालत में दूसरे के हाथ में न दें।
– कार्ड को हमेशा उलटा निकाले, फिर उसे स्वाइप करें।
– दुकानों पर ई-पेमेंट करते समय भी पिन कोड छिपाकर ही प्रविष्ठ करें।
– कोई भी बैंक ग्राहक से एटीएम नम्बर व गोपनीय पिन की जानकारी नहीं मांगता है।
– एटीएम कार्ड की फोटो मोबाइल से न खींचें।
– कार्ड का स्लॉट ढीला लगे तो एटीएम कार्ड न डालें।
– एटीएम में की-पैड का एक कोना दबाएं, यदि पैड स्कीमर होगा तो एक सिरा उठ जाएगा
– स्वैपिंग पॉइंट के अगल-बगल हाथ डालकर देखें, कोई वस्तु नजर आए तो सावधान हो जाएं