scriptTraffic Jaam सडक़ों पर अक्सर लग जाता है जाम, शहर के बीच रोजाना के हालात | Traffic Jaam Roads are often jammed, conditions in the middle of city | Patrika News

Traffic Jaam सडक़ों पर अक्सर लग जाता है जाम, शहर के बीच रोजाना के हालात

locationजबलपुरPublished: Sep 13, 2019 07:21:43 pm

Submitted by:

virendra rajak

-ट्रैफिक पुलिस रहती है नदारत, त्योहारों में स्थिति होती है और भी भयावहट्रैफिक पुलिस के पास नहीं कोई एक्शन प्लान

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जबलपुर. ट्रैफिक के थाने बढ़े, अमला बढ़ा, संसाधन बढ़े, लेकिन शहर में अब भी जाम से आम कराह रहा है। कभी भी कहीं भी जाम के हालात बन जाते हैं। हजारों वाहन भीड़ में फंसते हैं, लेकिन जिम्मेदार इससे बेपरवाह नजर आते हैं। आम दिनों में यह स्थिति है, तो त्योहार के दौरान क्या होगा। यह ट्रैफिक पुलिस और उसकी व्यवस्था पर बड़ा सवाल है।
केस- 01
स्थान- दशमेश द्वार से तीनों ओर
दिनभर गुजरने वाले वाहन- 08 हजार
त्योहार के सीजन में- 17 हजार
हालात- दशमेश द्वार पर सुबह-शाम या रात, पल-पल जाम के हालात बनते हैं। बीच चौराहे पर दोपहिया, चार पहिया और भारी वाहन तक एक दूसरे के सामने आ जाते हैं। जल्दी निकलने की होड़ में यह सडक़ दिनभर जाम का शिकार बनती है। यहां हर पल हादसे का खतरा भी रहता है। कई बार वाहन एक-दूसरे से टकरा जाते हैं, जो विवाद का कारण बनते हैं।
व्यवस्था- ट्रैफिक के एक जवान की तैनाती
केस- 02
स्थान- मालवीय चौक से घंटाघर मार्ग
दिनभर गुजरने वाले वाहन- 12 हजार
त्योहार के सीजन में- 25 हजार
हालात- मालवीय चौक से घंटाघर तक का मार्ग संकरा है। इसके बावजूद दुकान संचालक दुकानों के बाहर तक अतिक्रमण किए हुए हैं। कई दुकानें तो सडक़ पर हैं, चार पहिया वाहन भी सडक़ पर ही पार्क कर दिए जाते हैं। यहां सुबह से देर शाम तक लगभग दो दर्जन बार जाम लगता है।
व्यवस्था- ट्रैफिक पुलिस की नहीं होती तैनाती।
जिम्मेदारों की बेपरवाही बड़ा कारण
ट्रैफिक पुलिस और नगर निगम, दोनों महकमे इसके लिए जिम्मेदार हैं। न सडक़ों पर अवैध पार्किंग पर ठोस कार्रवाई की जा रही न ही अतिक्रमण हटाए जा रहे। ट्रैफिक पुलिस सिर्फ चालानी कार्रवाई कर राजस्व जुटाने में जुटी रहती है।
केस- 03
स्थान- सुपर मार्केट से मिलौनीगंज तक
दिनभर गुजरने वाले वाहन- 13000 वाहन
त्योहार के सीजन में- 20000
हालात- मुख्य बाजार होने के कारण रोजाना हजारों लोगों का यहां आना होता है। यहां सडक़ों पर दुकानें और वाहनों के कारण जाम लग जाता है। सुपरमार्केट से गंजीपुरा तक और बड़ा फुहारा के आसपास सुबह से शाम तक बार-बार जाम लगता है। जाम से निजात दिलाने न थानों की पुलिस आती है न ट्रैफिक पुलिस।
व्यवस्था- ट्रैफिक जवानों की तैनाती, लेकिन नहीं करते काम।
केस- 04
स्थान- छोटीलाइन से कटंगा
दिनभर गुजरने वाले वाहन- 12 हजार
त्योहार के सीजन में- 18 हजार
हालात- छोटी लाइन फाटक से कटंगा की ओर जाने वाली सडक़़ सामने से तो चौड़ी है, लेकिन थोड़ी दूर में ही यह संकरी हो जाती है। दोनों ओर सडक़ पर ही कारों की पार्र्किंग रहती है। दुकानों के बोर्ड बाहर तक झांकते हैं। रोजाना कई बार जाम लगता है।
व्यवस्था- छोटी लाइन फाटक पर दो जवानों की तैनाती
केस- 05
स्थान- घमापुर चौक से चारों ओर
दिनभर गुजरने वाले वाहन- 14 हजार
त्योहार के सीजन में- 22 हजार
हालात- घमापुर से रांझी तक सडक़ चौड़ीकरण हो रहा है, लेकिन घमापुर चौक परेशानी का सबब है। सुबह से रात तक यहां वाहनों की रेलमपेल रहती है। बेलबाग, कांचघर और मंडी मदार टेकरी जाने वाला मार्ग चौक पर काफी संकरा है। ऑटो वालों की मनमानी भी यहां समस्या है। सुबह से शाम तक जाम के हालात रहते हैं।
व्यवस्था- एक ट्रैफिक जवान की तैनाती
वन वे भी फेल
सुपरमार्केट को कुछ समय ट्रैफिक पुलिस ने वन वे किया था। यह प्लान चंद रोज में ही फेल हो गया। समय समय पर वहां ट्रैफिक जवानों की तैनाती तो होती है, लेकिन फिर उन्हें वहां से हटा भी लिया जाता है।
ये हैं जाम लगने के कारण
-सडक़ों पर दुकानें
-सडक़ व फुटपाथ पर पार्र्किंग
-संकीर्ण मार्ग
-ट्रैफिक पुलिस की तैनाती नहीं
-वाहन चालकों में ट्रैफिक सेंस की कमी
-थानों द्वारा छोटे जाम पर ध्यान न देना
ट्रैफिक थाने और उनमें तैनाती
पद- घमापुर-गढ़ा-मालवीय चौक
टीआई- 01- 01- 01
एसआई- 00- 00- 01
सूबेदार- 03- 03- 04
एएसआई- 04- 04- 07
हवलदार- 15- 15- 21
आरक्षक- 39- 39- 51
कुल- 62- 62- 80
थाने और उनके प्वाइंट्स
मालवीय चौक-25
घमापुर-14
गढ़ा-14
टै्रफिक एएसपी अमृत मीणा से सीधी बात
सवाल- आम दिनों में शहर में रोजाना कहीं न कहीं जाम लगता है, ऐसा क्यों?
जवाब- यहां अनावश्यक परम्पराएं हैं, ऐसे में जाम कभी खत्म नहीं हो सकता।
सवाल- तीन थाने हो गए, उसके बावजूद जाम से निजात क्यों नहीं मिली?
जवाब- दस थाने भी हो जाएं, तो शहर से जाम खत्म करना सम्भव नहीं है।
सवाल- चंद प्वाइंट्स को छोड़ दें तो ट्रैफिक पुलिस शहर में नजर नहीं आती?
जवाब- दोपहर एक बजे से प्वांइट लगाए जाते हैं।
सवाल- क्यों हर मोर्चे पर ट्रैफिक पुलिस नाकाम हो रही है?
जवाब- 200 में से 150 का बल रोजाना तैनात होता है, अच्छा करने का प्रयास करते हैं।
सवाल- त्योहारों के लिए कोई एक्शन प्लान है, या यूं ही चलेगा सब?
जवाब- नया कोई प्लान नहीं, पहले जैसी व्यवस्थाएं लगाएंगे।
यहां भी रहते हैं जाम के हालात
-शास्त्री ब्रिज
-त्रिपुरी चौक
-घमापुर से कांचघर मार्ग
-मस्ताना चौक से दर्शन तिराहा
-दमोहनाका से छोटा फुहारा
-छोटा फुहारा से कोतवाली
-बड़ा फुहारा से बल्देवबाग
-मदन महल अंडर ब्रिज
-रेलवे ब्रिज क्रमांक 02
-कटंगा क्रॉसिंग
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