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वाहनों में लगी रसूख की पट्टिका उतरने लगी

locationजबलपुरPublished: Mar 15, 2019 09:58:55 am

Submitted by:

santosh singh

ट्रैफिक पुलिस ने डिजाइन नम्बर, हूटर और पदनाम लिखे प्लेट को लेकर शुरू की कार्रवाई
 

ट्रैफिक की कारवाई

ट्रैफिक की कारवाई

जबलपुर। लोकसभा चुनाव की आचार संहिता लागू होने के बाद एक बार फिर पुलिस रसूखदारों की खोज-खबर में जुट गयी है। गुरुवार को शहर के अलग-अलग थाना क्षेत्रों में वाहन चैकिंग के दौरान 13 रसूखदारों के वाहनों का चालान बनाया। 11 पदनाम वाली पट्टिका लगा रखे थे, तो दो में हूटर लगा था। वहीं एक ने नम्बर को यादव की डिजाइन में लिखवाया था। एक वाहन में बम्फर इस तरह से लगा था कि नम्बर प्लेट के अंक ही छिप गए थे।

ऊर्जा विभाग की पट्टिका लगा था
एएसपी ट्रैफिक अमृत मीणा ने बताया कि लग्जरी वाहन एमपी 20 टीए 1540 टैक्सी में पास है। बावजूद इस वाहन में नम्बर प्लेट के साथ मप्र शासन ऊर्जा विभाग की पट्टिका लगा था। इसी तरह वाहन एमपी 51 सीए 0420 में चेयरमैन क्लब मेम्बर की पट्टिका लगा था। वाहन एमपी 20 सीएच 4169 को यादव की डिजाइन में लिखा गया था। जबकि वाहन एमपी 20 सीई 3726 के अगले हिस्से में बम्फर लगाया गया था। जिससे उसका नम्बर प्लेट छिप गया था।
ट्रैफिक तोडऩे पर ये भी हुई कार्रवाई-
बिना हेलमेट-264
रेल लाइट जम्प करने-10
आड़े-तिरछे नम्बर प्लेट पर-137
हूटर लगाने पर-03
पदनाम पट्टिका लगाने पर-11

ट्रैफिक बिगड़ा या जाम लगा तो 24 पुलिस कर्मी-अधिकारी होंगे जिम्मेदार

शहर की बिगड़ी ट्रैफिक व्यवस्था को ठीक रखने के लिए चार निरीक्षक सहित 24 लोगों की जवाबदारी तय की गई है। शहर में जाम लगा या फिर कब्जे या अन्य कारणों से आवागमन बाधित हुआ तो इसके लिए ये 24 चेहरे ही जिम्मेदार होंगे। शहर के प्रमुख क्षेत्रों में लगातार ट्रैफिक अव्यवस्था से निपटने के लिए यह पहल हुई है। इसके साथ ही ट्रैफिक जागरुकता के लिए भी लोगों के नाम तय किए गए हैं।

इनकी होगी जिम्मेदारी
-चार निरीक्षक
-07 सूबेदार
-02 उपनिरीक्षक
-11 सहायक उपनिरीक्षक

ट्रैफिक नियंत्रण नहीं
शहर में यातायात के तीन थाने अस्तित्व में आने के बाद भी प्रभावी ढंग से ट्रैफिक नियंत्रण नहीं हो पा रही थी। जिसके लिए अब शहर के मुख्य क्षेत्रों को चिन्हित कर वहां की व्यवस्था के लिए निरीखक, सूबेदार, उप निरीक्षक, सहायक उप निरीक्षक स्तर के कर्मियों को जवाबदारी सौंपी गयी है। सभी प्रमुख चौराहे, मार्गों के लिए एक-एक कर्मी की जिम्मेदारी तय की गई है। एक नोडल प्वाइंट होगा। वहीं से आसपास के क्षेत्रों में नजर रखनी होगी। तय किए गए क्षेत्रों में किसी भी तरह की ट्रैफिक सम्बंधी समस्या होने पर सीधे उनकी जवाबदारी तय की जाएगी। इनकी मदद के लिए अलग से आरक्षक भी उपलब्ध रहेंगे।

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