ट्रैफिक पुलिस ने अलग-अलग चौराहों पर वाहनों के दबाव को देखते हुए टाइमिंग डिस्प्ले में बदलाव के लिए निगम को पत्र भेजे थे। इसमें तीन अंक वाले टाइमिंग डिस्प्ले लगाने का सुझाव दिया गया था। जिससे जरूरत के अनुसार कुछ चौराहों पर टाइमिंग दो मिनट किया जा सके। सेंसर युक्त टाइमिंग होने का एक लाभ यह होगा कि चौराहे के अलग-अलग मार्गों पर एक ही समय वाहनों का अलग-अलग दबाव होने पर यह खुद रीड कर सकेगा। अभी तीन पत्ती पर नगर निगम रूट पर इस तरह का सेंसर लगा है। इसका रिस्पांस ठीक मिलने के बाद सात चौराहों पर लगाने का निर्णय लिया गया है।
अगले चरण में दूसरे चौराहों को जोड़ा जाएगा
शहर में कुछ चौराहों पर लगे सिग्नल बीओटी मॉडल पर लगे हैं। इसमें तीन पत्ती, नौदराब्रिज, रानीताल, घमापुर, बल्देवबाग शामिल हैं। यहां अगले चरण में तीन अंक वाले टाइमिंग डिस्प्ले लगाए जाएंगे। सर्वे में रानीताल, तीन पत्ती, व घमापुर चौक पर पीक ऑवर्स में कई बार एक घंटे में 10 हजार तक वाहन क्रॉस होते हैं।
17 चौराहों पर सबसे अधिक ट्रैफिक दबाव
शहर में कुल 17 चौराहों पर सबसे अधिक ट्रैफिक दबाव है। इन चौराहों से प्रति घंटे 5 हजार से अधिक वाहन क्रॉस करते हैं। चौराहों को व्यवस्थिति करने के लिए सिग्नल के साथ ही वहां लेफ्ट टर्न आदि खोलने की प्रक्रिया चल रही है। इसका काम स्मार्ट सिटी के मद से किया जा रहा है।