जबलपुर

Traffic resources: चालानी राशि के तीन करोड़ रुपए से जुटाएंगे संसाधन, जबलपुर के ला-इलाज ट्रैफिक को सुधारेगी पुलिस

शहरवासियों की जेब से निकले चालान राशि का 70 प्रतिशत राशि यातायात विभाग को मिला

जबलपुरFeb 06, 2020 / 11:47 am

santosh singh

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जबलपुर। शहर में पिछले एक वर्ष में यातायात नियम तोडऩे वाले लोगों की जेब से निकली राशि अब ट्रैफिक उपकरणों की खरीदी पर खर्च होगा। ट्रैफिक पुलिस ने एक वर्ष में 6.60 करोड़ रुपए चालान काटा है। इसके एवज में यातायात विभाग को दो किश्तों में तीन करोड़ रुपए मिले हैं। इस राशि से ट्रैफिक पुलिस संसाधन से लैस होने की कवायद में जुटी है। ट्रैफिक पुलिस जहां शहर के प्रमुख चौराहे, तिराहे और प्रवेश मार्गों को एएनपीआर कैमरों से लैस करने की कवायद में जुटी है। वहीं एंड्राइड हैंड हेल्ड टर्मिनल से मौके पर वाहनों का चालान काट कर ऑनलाइन रसीद मुहैया करा सकेगी।
न्यूज फैक्ट-
चालान-2.08 लाख वाहन
चालान राशि-6.60 करोड़ रुपए
संसाधनों की खरीदी के लिए राशि मिली-3.00 करोड़ रुपए
अब तक चार करोड़ वसूल चुके जुर्माना
ट्रैफिक पुलिस द्वारा किए गए चालान राशि का 70 प्रतिशत राशि उसी जिले को ट्रैफिक संसाधनों की खरीदी के लिए वापस मिलते हैं। जबलपुर पुलिस ने पिछले एक वर्ष में आईटीएमएस और मैन्युअल तरीके से दो लाख से अधिक वाहनों का चालान कर चुकी है। इनसे जुर्माना के तौर पर पुलिस अब तक चार करोड़ रुपए वसूल चुकी है।

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इन उपकरणों की जा रही खरीदी-
10 एड्राइंड हैंड हेल्ड टर्मिनल-ट्रैफिक तोडऩे वाले वाहनों का मौके पर ही चालान जनरेट कर सकेंगे
72 एएनपीआर कैमरे-शहर के प्रमुख चौराहे-तिराहे व प्रवेश मार्गों पर नम्बर प्लेट रीड करने वाले कैमरे लगेंगे
01 कमांड एंड कंट्रोल सिस्टम-चलित वाहन पर लगाएंगे। दंगा या उपद्रव की स्थिति में इसकी मदद से वीडियोग्राफी होगी। जिसे नेट के माध्यम से कंट्रोल रूम से देखा जा सकेगा।
बैरियेबल मैसेज सिस्टम-वाहन में इसे लगाया जा सकेगा। एलईडी स्क्रीन पर पुलिस को कोई भी मैसेज या जागरुकता
संदेश प्रसारित किया जा सकेगा।
25 ब्रीथ एनालाइजर-जिले में (35) ब्रीथ एनालाइजर पहले से है। इसकी मदद से नशे में वाहन चलाने वाले चिन्हित किए जाते हैं।
05 स्पीडोमीटर-जिले में दो पहले से है। इसकी मदद से वाहन की रफ्तार की जांच किया जा सकेगा।
02 पोर्टेबल मेगा फोन-यह स्पीकर से जुड़ा रहेगा और हजार से डेढ़ हजार के बल को कहीं भी ब्रीफ किया जा सकेगा।
300 स्पीड बम-शहर की मुख्य सडक़ों से जुडऩे वाले गलियों व कॉलोनियों की सडक़ों पर ब्रेकर के तौर पर लगाया जाएगा। यह रफ्तार नियंत्रित करता है।
01 रोड मार्किंग मशीन-सडक़ पर यातायात सम्बंधी विभिन्न संकेतक बनाने में इसका उपयोग किया जा सकेगा।
150 स्टॉपर हैवी ड्यूटी बैरीकेट्स
260 स्टॉपर बिथ व्हील
270 स्टॉपर बिना व्हील
ऑफिस कम्प्यूटर आदि
वॉटर कूलर और आरओ सिस्टम
आफिस सहित पुराने उपकरणों के रिपेयर आदि
वर्जन-
ट्रैफिक संसाधनों की मदद से शहर की बिगड़ी यातायात व्यवस्था को ठीक करने का प्रयास किया जाएगा। इसके लिए संसाधनों के अलावा ऑफिस सामग्री और अन्य जरूरत की सामग्री की खरीदी की जा रही है।
अमृत मीणा, एएसपी, ट्रैफिक

 

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