खुलेआम उड़ाती हैं नियमों की धज्जियां
जबलपुर. परिवहन माफिया का रसूख इतना है कि वे रोजाना बेखौफ होकर पुलिस और प्रशासन को खुली चुनौती देते हैं। मंडला और रायपुर की बसों के लिए निर्धारित रूट का कई ऑपरेटर्स और उनके बस चालक पालन नहीं करते। कभी दिन में शहर के बीच से यह बसें निकलतीं हैं, तो कभी रात के अंधेरे में इनकी तेज रफ्तार मोहल्ले और बस्तियों में रहने वालों में दहशत भर देती है। आलम ये है कि रोजाना पुलिस के सामने ये बसें आती जातीं हैं, लेकिन इन पर कार्रवाई की हिम्मत कोई नहीं जुटा पाता।
मंडला रूट पर बसें-100रोजाना यात्रा करने वाले यात्री- 3600यात्रियों के लिए किया शुरू, तो मनमानीजिला प्रशासन और आरटीओ ने यात्री सुविधाओं को देखते हुए बसों को एम्पायर तक आने-जाने की अनुमति दी, लेकिन परिवहन माफिया ने इसमें मनमानी शुरू कर दी।
ये है एम्पायर तक जाने का रूटमंडला रूट की बसों का रूट गौर तिराहा, पेंटीनाका, एम्पायर टॉकीज, मंडला क्रासिंग, कपूर क्रासिंग, बंदरिया तिराहा, छोटी लाइन चौराहा, मदनमहल, त्रिपुरी चौक, मेडिकल तिराहा, अंधमूक बाइपास, पाटन बाइपास होते हुए दीनदयाल आइएसबीटी व वापसी में भी यही है।
ऐसे बंद और शुरू हुआ रूट-11 जुलाई 2018 को स्थानीय प्रशासन ने एम्पायर से बसों के संचालन पर लगाई रोक
-11 जनवरी 2019 को मंडला कलेक्टर ने आरटीओ और जिला प्रशासन को लिखा पत्र
-12 जनवरी 2019 से शुरू हुई कार्रवाई
-04 फरवरी 2019 को जारी किए गए बसों के संचालन के नए रूट
यहां से नियम विरुद्ध गुजरती हैं बसें-आईएसबीटी से छूटने वाली बसें विजय नगर, एमआर फोर होते हुए कछपुरा ब्रिज, गुलौआ चौक, आमनपुर होते हुए आती-जाती हैं। शाम के बाद देर रात तक इस रूट पर बसों की आवाजाही बढ़ जाती है।-आईएसबीटी से उखरी तिराहा, बल्देवबाग, रानीताल, तीन पत्ती, भंवरताल, रसल चौक, रेलवे ब्रिज क्रमांक दो और तीन पर अक्सर बसों को आते-जाते देखा जा सकता है।वर्जनसभी बसों के लिए रूट निर्धारित किए गए हैं। यदि वे इसका पालन नहीं करतीं, तो यह गलत है। पुलिस के साथ मिलकर नियमानुसार उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
-संतोष पॉल, आरटीओ