अधारताल पुलिस ने बताया कि कटरा निवासी महेश रैकवार की पत्नी उमा रैकवार टिफिन का काम करती है। महेश एक अधिवक्ता के यहां मुंशी का काम करता है। कोविड के दौरान उमा का टिफिन का काम बंद हो गया, जिस कारण परिवार पर आर्थिक संकट छा गया। तब उमा ने मान सरोवर कॉलोनी निवासी सपना प्रजापति से 50 हजार रुपए और काकुल प्रजापति से 30 हजार रुपए दस प्रतिशत मासिक ब्याजदर से उधार लिया था।
पुलिस के अनुसार धीरे-धीरे कर उमा ने सपना को 50 हजार के बदले डेढ़ लाख और काकुल को 30 हजार के बदले लगभग 60 हजार रुपए चुका दिए, इसके बावजूद उनके ब्याज का मीटर बंद होने का नाम नहीं ले रहा था। वह ब्याज नहीं दे पाई, तो काकुल ने फूटाताल निवासी गोवर्धन कश्यप उर्फ जितेन्द्र को उमा के घर भेजना शुरू कर दिया। जितेन्द्र उमा के घर पहुंचता और ब्याज न देने पर पूरे परिवार को जान से खत्म करने की धमकी देता।
सपना कुछ दिनों पूर्व उमा के घर पहुंची और धमकी दी कि यदि वह 11 जनवरी तक उसकी मनमानी रकम नहीं देती है, तो वह उसे घर से निकालकर घर पर कब्जा कर लेगी, वहीं गोवर्धन ने उमा को 15 जनवरी तक का समय दिया था। लेकिन रुपयों की व्यवस्था न होने के कारण महिला ने यह कदम उठाया।
पुलिस अधिकारी की रिश्तेदार और नेता का करीबी
सपना और काकुल कटनी में पदस्थ एक महिला पुलिस अधिकारी की रिश्तेदार है। वहीं गोवर्धन सत्ता पक्ष के एक नेता का करीबी बताया जा रहा है। जानकारी के अनुसार सपना और काकुल कई बार कर्जदारों को पुलिस अधिकारी की रिश्तेदार होने का रौब दिखाती थी, तो वहीं गोवर्धन सत्ता पक्ष के नेता के करीबी होने की बात कहकर लोगों को डराता था।
दो गिरफ्तार, एक की तलाश
अधारताल थाना प्रभारी शैलेष मिश्रा के अनुसार मामले में उमा की बेटी पूनम की रिपोर्ट पर सपना प्रजापति, काकुल प्रजापति और गोवर्धन कश्यप के खिलाफ विभिन्न धाराओं के तहत प्रकरण दर्ज किया गया है। मामले में सपना और गोर्वधन को गिरफ्तार भी कर लिया गया है। वहीं काकुल की तलाश की जा रही है।