शहर के पेट्रोल पम्पों पर निगरानी के लिए सीसीटीवी कैमरे दिखावा बन गए हैं। कैमरों की आड़ से बचते हुए कर्मचारी मनमानी पर उतारू हो गए हैं। ये कर्मचारी कैमरों की नजर बचाकर डिब्बे में पेट्रोल दे रहे हैं। इस बारे में इन कर्मचारियों की दलील रहती है कि मजबूरी में पेट्रोल चाहिए था, इसलिए आधा लीटर दे दिया है। कर्मचारियों का यह भी कहना था कि ‘हम आपको जानते हैं, यदि आपकी गाड़ी कहीं खड़ी हो गई तो हम आपके लिए पेट्रोल की व्यवस्था तो करेंगी ही ना।’
ये था नजारा सोमवार की शाम 4 बजे। आदर्श कॉलोनी के पेट्रोल पम्प पर बाइक में दो व्यक्ति आए। एक व्यक्ति के हाथ में डिब्बा था। बाइक सवार ने डिब्बे में पेट्रोल देने का इशारा किया। दूसरी ओर से कर्मचारी ने इशरा करके उसे नोजल के करीब पहुंचने कहा और कार की आड़ लेकर नोजल की ओर मुंह करके उसने डिब्बे में पेट्रोल भर दिया। पेट्रोल भरकर दोनों व्यक्ति बाइक में सवार होकर चलते बने।
चेतावनी बोर्ड दिखावा, दंड न कार्यवाही
जबलपुर. कलावीथिका के सामने नो पार्किंग में खड़े होने वाले वाहनों पर कार्यवाही न दंड दिया जा रहा है। इस जगह पर सिर्फ बोर्ड लगाकर खानापूर्ति कर ली गई है। इससे यहां वाहनों की संख्या बढ़ती जा रही है। प्रशासनिक निगरानी के अभाव में यहां स्थिति यह बन गई है कि वीथिका स्ट्रीट पर वाहन ले जाए जा रहे हैं और उस जगह पर पार्क किए जा रहे हैं, जहां चेतावनी बोर्ड लगाया गया है। जानकार कहते हैं कि वीथिका के प्रवेशद्वार पर बूम लगाया हुआ है, जो किसी कार्यक्रम के दौरान ही खोला जाता है लेकिन इसकी हालत यह है कि दो पहिया वाहन चालक आसानी से इस बूम के नीचे से वाहन झुकाकर निकाल रहे हैं और स्ट्रीट पर पहुंच जाते हैं। उधर, यह भी बताया गय है कि बारिश के दौरान स्ट्रीट के किनारे पानी भर जाने की वजह से वीथिका के अंदर से वाहन निकाले जा रहे हैं, जिससे वीथिका क्षतिग्रस्त हो रही है।
जबलपुर. कलावीथिका के सामने नो पार्किंग में खड़े होने वाले वाहनों पर कार्यवाही न दंड दिया जा रहा है। इस जगह पर सिर्फ बोर्ड लगाकर खानापूर्ति कर ली गई है। इससे यहां वाहनों की संख्या बढ़ती जा रही है। प्रशासनिक निगरानी के अभाव में यहां स्थिति यह बन गई है कि वीथिका स्ट्रीट पर वाहन ले जाए जा रहे हैं और उस जगह पर पार्क किए जा रहे हैं, जहां चेतावनी बोर्ड लगाया गया है। जानकार कहते हैं कि वीथिका के प्रवेशद्वार पर बूम लगाया हुआ है, जो किसी कार्यक्रम के दौरान ही खोला जाता है लेकिन इसकी हालत यह है कि दो पहिया वाहन चालक आसानी से इस बूम के नीचे से वाहन झुकाकर निकाल रहे हैं और स्ट्रीट पर पहुंच जाते हैं। उधर, यह भी बताया गय है कि बारिश के दौरान स्ट्रीट के किनारे पानी भर जाने की वजह से वीथिका के अंदर से वाहन निकाले जा रहे हैं, जिससे वीथिका क्षतिग्रस्त हो रही है।